madhyapradesh के burhanpur जिले में शासकीय शिक्षकों ने 1 जुलाई से शासन व्दारा शिक्षकों की हाजिरी ई अटेंडेंस के व्दारा लिए जाने का निर्णय किया है इसका पूरे प्रदेश में शिक्षक विरोध कर रहे है बुरहानपुर में भी सभी शिक्षकों संघों ने एक साथ इस योजना का विरोध किया और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन देकर आदेश को वापस लेने की मांग की
राज्य शिक्षक संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शालिकराम चौधऱी की अगुवाई में ई अटेंडेंस के विरोध में शिक्षकों ने कलेक्टर दफ्तर पहुंचकर नारेबाजी की और सीएम के नाम ज्ञापन देकर इस आदेश को वापस लेने की मां
शिक्षको ने यह दिया तर्क
– यह योजना शिक्षकों की स्वतंत्रता और आत्मविश्वास को कम करती है।
– इससे शिक्षकों पर अनावश्यक दबाव और तनाव बढ़ेगा।
– यह योजना शिक्षकों की कार्यप्रणाली पर संदेह को दर्शाती है, जो कि अपमानजनक है।
– इससे शिक्षकों का मनोबल गिरेगा और वे अपने कार्य में रुचि नहीं लेंगे।
– यह योजना शिक्षकों के समय और ऊर्जा की बर्बादी करेगी, जो कि शैक्षणिक कार्यों में लगनी चाहिए।
– इससे शिक्षकों और प्रशासन के बीच अविश्वास की भावना बढ़ेगी।
– अन्य शासकीय विभागों में यह योजना लागू नहीं है, तो शिक्षकों पर ही क्यों?
इस अवसर पर संघ के पदाधिकारी श्री शालिकराम चौधरी धनराज पटील प्रमोद सातव स्वप्निल महाजन केतन तारे दीपक डोले नंदकिशोर मोरे प्रकाश पाटिल संतोष निंभोरे जयराम निराले प्रकाश पाटिल हेमलता हुपेले ज्योति पाटील आदि उपस्थित थे।