spot_imgspot_imgspot_img
Thursday, July 24, 2025
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Burhānpur
overcast clouds
25.8 ° C
25.8 °
25.8 °
75 %
3.7kmh
100 %
Wed
26 °
Thu
28 °
Fri
28 °
Sat
24 °
Sun
26 °

cmmohanyadavलुधियाना इंटरैक्टिव सेशन में मिले 15,606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

20 हजार से अधिक रोजगार का होगा सृजन
लुधियाना और पंजाब के निवेशकों को मध्यप्रदेश में किया आमंत्रित
मध्यप्रदेश में निवेश करें और विकसित भारत के निर्माण में बने भागीदार
पंजाब और मध्यप्रदेश मिलकर करेंगे देश का विकास
श्रमिकों के हित में मध्यप्रदेश सरकार ने बड़े स्तर पर लंबित सेटलमेंट किये क्लियर
निवेशकों को राज्य की औद्योगिक नीतियों से कराया अवगत
इंटरैक्टिव सेशन और संवाद-सत्र में 400 से अधिक प्रतिभागी हुए शामिल
वन-टू-वन चर्चा में 15 से अधिक उद्योगपतियों से किया संवाद
निवेशकों ने म.प्र. के विभिन्न क्षेत्रों में दिखाई निवेश के प्रति रूचि

cmmohanyadavभोपाल : सोमवार, जुलाई 7,मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि देश का आर्थिक तंत्र मजबूत हुआ है। देश में औद्योगीकरण बढ़ा है, अब हम विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। लुधियाना भारत का मैन्चेस्टर है। यहां के उद्योगपतियों ने बड़ी मेहनत से अपनी पहचान बनाई है। लुधियाना में निर्मित ए-वन और हीरो साइकिल्स देश-दुनिया में मशहूर हैं। पंजाब के निवेशक देश की आर्थिक समृद्धि में योगदान देने वाले प्रमुख ध्वजवाहक हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज लुधियाना में हुये इंटरैक्टिव सेशन, वन-टू-वन चर्चा और संवाद सत्रों में यहां के उद्योगपतियों से 15 हजार 606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुये हैं, जिससे 20 हजार से अधिक रोजगार का सृजन होगा। हमने लुधियाना और पंजाब के उद्योपतियोंत को मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के लिये आमंत्रित किया। साथ ही उन्हें मध्यप्रदेश में उपलब्ध संसाधनों के साथ राज्य की औद्योगिक नीतियों से भी अवगत कराया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को पंजाब की उद्योग नगरी लुधियाना में मध्यप्रदेश में निहित निवेश की संभावनाओं के संबंध में निवेशकों को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का एकमात्र प्रदेश है, जहां पन्ना जिले में हीरा तो शहडोल में आयरन डिपाजिस्ट्स है। बीते दिनों सिंगरौली जिले में सोने की खदानें भी मिली हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी निवेशकों को मध्यप्रदेश की रत्नगर्भा भूमि में निवेश करने के लिए आत्मीयता से आमंत्रित करते हुए कहा कि यहां व्यापार की असीम संभावनाएं हैं। आइये और मध्यप्रदेश में अपना दूसरा घर बनाईये। उन्होंने कहा कि निवेशक मध्यप्रदेश में जितने चाहें, उतने उद्योग-धंधे लगाएं, सरकार पलक-पावड़े बिछाकर आपका स्वागत करेगी, आपकी हर संभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योग-धंधे लगाने के लिए जरूरत के मुताबिक भूमि, बिजली, पानी, कुशल कार्यशक्ति सब उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश और पंजाब दोनों भाइयों की तरह हैं। अनाज के उत्पादन में पंजाब बड़ा और मध्यप्रदेश छोटा भाई है। ‍अब दोनों भाई मिलकर देश और मध्यप्रदेश का विकास करेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति पथ पर है। पंजाब वीरों की धरती है, इसकी अलग ही पहचान है। यह गुरु परंपरा की अद्भुत धरती है। मध्यप्रदेश के इंदौर की पहचान स्वच्छता में है, तो लुधियाना की पहचान उद्योगों से है। हम उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित करने आए हैं। आप खुले दिल से और बिना किसी हिचक के निवेश करें, सरकार जितनी हो सकेगी, आपकी उतनी मदद करेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत बदलते दौर में सिरमौर बन रहा है। उद्योगों से कई परिवारों का उदर-पोषण होता है और गरीबों के जीवन में आमदनी का उजाला आता है। यह एक पवित्र कार्य है। उद्योगपति अपने परिवार का पोषण करते हुए दूसरों का भी घर रौशन करते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब अमर शहीद भगत सिंह की धरती है, जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान देकर देश की आजादी में अहम भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोग यहां भी काम करते रहें और अपने कारोबार का विस्तार करते हुए एक-दो फैक्ट्री मध्यप्रदेश में भी लगाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी उद्योग अनुकूल नीतियों को दुनिया के सामने रखा। हमने उद्योगपतियों को कई सौगातें दी हैं। टेक्सटाईल्स सेक्टर के इंडस्ट्रियल वर्कर्स की सैलरी में मध्यप्रदेश सरकार 5 हजार रुपए की अतिरिक्त मदद देगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में स्कूली बच्चों को साइकिलें बांटी जा रही हैं। साइकिलें मुख्यत: पंजाब में ही बनती हैं। यही साइकल मध्यप्रदेश में भी बन सकती हैं। उद्योगपति मध्यप्रदेश में साइकल बनाने की फैक्ट्री लगाएं। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में सोने की चिड़िया की पहचान रखता था। वर्ष 1947 में देश आजाद हुआ, तब भारत दुनिया की 15वीं अर्थ-व्यवस्था हुआ करता था। इजरायल और जापान जैसे देश कहां से कहां पहुंच गए। वर्ष 2014 में भारत 11वें स्थान पर था और आज बदलते दौर में प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की चौथी बड़ी अर्थ-व्यवस्था बन गया है और अब तीसरी अर्थ-व्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने कोयम्बटूर, सूरत और अब लुधियाना में रोड-शो कर निवेशकों के साथ संवाद किया है। राज्य में संभाग स्तर पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव भी आयोजित की गईं। इसी साल फरवरी में भोपाल में हुई जीआईएस के माध्यम से मध्यप्रदेश को 30.77 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले थे। राज्य में इंडस्ट्री के विभिन्न सेक्टर्स के विकास के लिए अलग-अलग विषयों पर समिट आयोजित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश विभिन्न खनिज संपदाओं से संपन्न क्षेत्र है। यहां निवेश करना नि:संदेह फायदे का सौदा है।

श्रमिकों के हित में बड़े स्तर पर सेटलमेंट किये क्लियर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के हित में सैकड़ों करोड़ रुपये के सेटलमेंट क्लियर किये हैं। यह निर्णय प्रदेश सरकार की श्रमिकों के प्रति संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि यदि किसी नीति में निवेशकों को सुविधा देने के लिए संशोधन की आवश्यकता होगी तो सरकार कैबिनेट स्तर पर भी बदलाव करने के लिए तत्पर है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विभिन्न उद्योगपतियों द्वारा प्रदेश में निवेश हेतु 15,606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे लगभग 20,275 से अधिक रोजगार सृजन की संभावना है –

क्र

कंपनी का नाम

नाम, पदनाम

प्रस्तावित स्थान/ क्षेत्र

निवेश प्रस्ताव

(रू. करोड़ में)

अनुमानित रोजगार (संख्या में

1.

ट्राइडेंट ग्रुप

श्री राजेन्द्र गुप्ता, चेयरमैन

 

5000

6000

2.

रालशन टायर्स लिमिटेड

श्री संजीव पाहवा, चेयरमैन

एसआईपी पीथमपुर

2200

2000

3.

वर्धमान इंडस्ट्रीज

श्री एस.पी. ओसवाल, चेयरमैन

पी. एम. मित्रा पार्क, धार

1581

2500

4.

ए.बी. कोटस्पिन इंडस्ट्री

श्री दीपक गर्ग, मैनेजिंग डायरेक्टर

पी. एम. मित्रा पार्क, धार

1300

1500

5.

नाहर ग्रुप

श्री दिनेश ओसवाल, सीएमडी एवं मैनेजिंग डायरेक्टर

पी. एम. मित्रा पार्क, धार

1100

1000

6.

दीपक फास्टनर्स लिमिटेड

श्री संजीव कालरा, मैनेजिंग डायरेक्टर

सीहोर

1000

1800

7.

मिसेज बेक्टर्स फूड स्पेशियलिटीज लि.

श्री अनूप बेक्टर, एमडी

पीथमपुर

700

500

8.

हाईलैंड एथनॉल

श्री अमित मोदी

नरसिंहपुर

600

1000

9.

ए एंड एम एग्री वेंचर्स प्रालि

 

भोपाल

600

1000

10.

भगवती लैक्टों वेजिटेरियन एक्सपोर्ट्स प्रा. लि.

श्री सुशील मित्तल, चेयरमैन

मोहासा बाबई, नरसिंहपुर

500

300

11.

बॉन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज

श्री मंजीत सिंह, एमडी एवं चेयरमैन

इंदौर

200

750

12.

एमआरएम मेध्या ग्रीनटेक प्रा. लि.

श्री पुनीत अग्रवाल, निदेशक

मोहासा बाबई, नरसिंहपुर

100

125

13.

टीके स्टील एवं स्टील उद्योग समूह

श्री लोकेश जैन, एमडी, चेयरमैन-सीआईआई लुधियाना चैप्टर

 

200

300

14.

के.जी. एक्सपोर्ट्स एंड टीम

श्री हरीश दूआ, ईपीसी सदस्य

 

400

1000

15.

श्री दिनेश ओसवाल, सीएमडी एवं मैनेजिंग डायरेक्टर

चैतन्य डावर, डायरेक्टर

 

125

500

कुल

15,606

20,275

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की लुधियाना में प्रमुख उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लुधियाना प्रवास के दौरान पंजाब के प्रमुख उद्योगपतियों से वन-टू-वन बैठक कर उन्हें मध्यप्रदेश की निवेश समर्थक नीतियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया कि मध्यप्रदेश सरकार जहाँ भी संभावनाएं दिख रही हैं, वहाँ नीतिगत बदलाव करने के लिए पूरी तत्परता से काम करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में श्रमिकों और उद्योगों दोनों के हितों का समान ध्यान रखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव से चर्चा करने वाले उद्योगपतियों में टेक्सटाइल सेक्टर से नाहर ग्रुप के सीएमडी श्री दिनेश ओसवाल, एसईएल ग्रुप के सीएफओ श्री नवनीत गुप्ता और बॉन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि श्री मंजीत सिंह शामिल रहे। स्टील क्षेत्र से टीके स्टील समूह के एमडी श्री लोकेश जैन ने प्रदेश में संभावित निवेश अवसरों पर चर्चा की। फार्मास्यूटिकल्स, एथेनॉल एवं रसायन क्षेत्र से आईओएल केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स के एमडी श्री वरिन्दर गुप्ता और एमआरएम मेध्या ग्रीनटेक के डायरेक्टर श्री पुनीत अग्रवाल ने निवेश प्रस्ताव रखे।

खाद्य प्रसंस्करण और चाय उद्योग से जुड़े भगवती लैक्टो वेजिटेरियन एक्सपोर्ट्स के एमडी श्री सुशील मित्तल और केजी एक्सपोर्ट टीम के सदस्य श्री हरीश दुआ ने मध्यप्रदेश के लॉजिस्टिक्स नेटवर्क, कृषि उत्पाद उपलब्धता और फूड पार्क्स पर चर्चा की। इंजीनियरिंग सेक्टर से हीरो साइकिल के एमडी श्री एस.के. राय और हाईलैंड एथेनॉल के एमडी श्री अमित कुमार मोदी ने निवेश के लिए औद्योगिक क्षेत्रों की जानकारी ली। इसके अतिरिक्त, बेक्टर्स फूड्स के एमडी श्री अनूप बेक्टर और ए.वी. कोटस्पिन इंडस्ट्री के डायरेक्टर श्री दीपक गर्ग ने मुख्यमंत्री से विस्तार से चर्चा कर प्रदेश की नीतियों की सराहना की।

लुधियाना में हुआ यह संवाद न केवल निवेश प्रस्तावों की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश निवेशकों का भरोसेमंद और व्यवहारिक गंतव्य बनकर उभर रहा है।

पंजाब के निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश लैंड ऑफ अपॉर्च्युनिटी : एसीएस श्री मंडलोई

सत्र के दौरान मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री नीरज मंडलोई ने देश के दिल मध्यप्रदेश में सभी निवेशकों का स्वागत करते हुए कहा कि आज मध्यप्रदेश के विकास की झलक पंजाब में दिखाई दी है। पंजाब के निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश लैंड ऑफ अपॉर्च्युनिटी बन सकती है। राज्य में वर्ल्ड क्लास लॉजिस्टिक इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है। पंजाब के जैसे ही मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार की अनंत संभावनाएं हैं।

उद्योगपतियों को प्रदेश की नीतियों से कराया अवगत

प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री राघवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश तकनीक के क्षेत्र में तेजी से बढ़ता राज्य है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का पूरा ध्यान राज्य के औद्योगिकीकरण पर है। मध्यप्रदेश में निवेश की अनंत संभावनाएं हैं। प्रदेश में नार्थ, साउथ कॉरिडोर हैं। यहां लॉजिस्टिक की अच्छी सुविधाएं हैं। हमारे पास एक लाख एकड़ से ज्यादा लैंड बैंक है। केंद्र की ओर से उज्जैन में मेडिकल डिवाइस पार्क, धार में पीएम मित्र पार्क, मुरैना में लेदर पार्क और बाबई में इलेक्ट्रिक उपकरण पार्क मिला है। राज्य सरकार ने औद्योगिक विकास पर केंद्रित 18 नई नीतियां फरवरी में लागू की हैं। राज्यों में हमारी जीएसडीपी ग्रोथ सबसे अधिक रही है। निवेशकों को इंसेंटिव प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश में कई राष्ट्रीय संस्थान हैं। प्लांट मशीनरी पर इन्वेस्टमेंट प्रमोशन असिस्टेंस 40 प्रतिशत तक है। मध्यप्रदेश सरकार हरित औद्योगिकरण को बढ़ावा दे रही है। वर्कर्स के लिए हॉस्टल बनाए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश टाइगर, चीता और घड़ियाल के लिए भी जाना जाता है। भारत के 7 प्रतिशत वन मध्यप्रदेश में है।

मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार की अनंत संभावनाएं : चेयरमैन ट्राइडेंट ग्रुप श्री गुप्ता

चेयरमैन ट्राइडेंट ग्रुप श्री राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि लुधियाना पंजाब का मैनचैस्टर जैसा है। पंजाबियों के हौंसले बुलंद हैं, जो देश-विदेश में जाकर काम कर रहे हैं। हमारे ग्रुप को 10 साल में मध्यप्रदेश से काफी सहायता मिली और आज हम एमपी से दुनिया के 100 देशों में निर्यात करते हैं। मध्यप्रदेश से अच्छा कोई राज्य देश में नहीं है। यहां 5 लाख करोड़ का निवेश अगले तीन साल में पूरा करेंगे। उज्जैन के पास एक इंस्टीट्यूट की शुरुआत करेंगे। पंजाब के जैसे ही मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार की अनंत संभावनाएं हैं। मध्यप्रदेश ग्लोबल मार्केट के लिए लॉन्च पैड है।

मध्यप्रदेश है ग्लोबल मार्केट के लिये लांच पैड

उद्योगपति श्री संजीव कालरा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लुधियाना की धरती पर स्वागत है। हमारी कंपनी ने पीथमपुर में दुनिया की बड़ी ट्रक निर्माण यूनिट लगाई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व और विजन से हमें प्रेरणा मिलती है। मध्यप्रदेश को 500 बिलियन की इकोनॉमी बनाने का विजन प्रशंसनीय है। राज्य सरकार जमीन से जुड़े कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हम पीथमपुर प्लांट से यूरोप समेत अन्य देशों में निवेश कर रहे हैं। मध्यप्रदेश ग्लोबल मार्केट के लिए लॉन्च पैड है। इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है। इंदौर में 300 एकड़ में बना व्हीकल टेस्टिंग ट्रैक हमारी कंपनी ने भी यूज किया है। उन्होंने उद्योगपतियों से कहा कि मध्यप्रदेश रेडी टू लीड स्टेट है। इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लुधियाना पहुँचने पर उद्योगपतियों ने जोरदार स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंटरैक्टिव सत्र का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया और अनेक उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बाद में पत्रकार वार्ता में भी सम्मिलित हुए।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -

Latest Articles

cmmohanyadavलुधियाना इंटरैक्टिव सेशन में मिले 15,606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

20 हजार से अधिक रोजगार का होगा सृजन
लुधियाना और पंजाब के निवेशकों को मध्यप्रदेश में किया आमंत्रित
मध्यप्रदेश में निवेश करें और विकसित भारत के निर्माण में बने भागीदार
पंजाब और मध्यप्रदेश मिलकर करेंगे देश का विकास
श्रमिकों के हित में मध्यप्रदेश सरकार ने बड़े स्तर पर लंबित सेटलमेंट किये क्लियर
निवेशकों को राज्य की औद्योगिक नीतियों से कराया अवगत
इंटरैक्टिव सेशन और संवाद-सत्र में 400 से अधिक प्रतिभागी हुए शामिल
वन-टू-वन चर्चा में 15 से अधिक उद्योगपतियों से किया संवाद
निवेशकों ने म.प्र. के विभिन्न क्षेत्रों में दिखाई निवेश के प्रति रूचि

cmmohanyadavभोपाल : सोमवार, जुलाई 7,मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि देश का आर्थिक तंत्र मजबूत हुआ है। देश में औद्योगीकरण बढ़ा है, अब हम विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। लुधियाना भारत का मैन्चेस्टर है। यहां के उद्योगपतियों ने बड़ी मेहनत से अपनी पहचान बनाई है। लुधियाना में निर्मित ए-वन और हीरो साइकिल्स देश-दुनिया में मशहूर हैं। पंजाब के निवेशक देश की आर्थिक समृद्धि में योगदान देने वाले प्रमुख ध्वजवाहक हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज लुधियाना में हुये इंटरैक्टिव सेशन, वन-टू-वन चर्चा और संवाद सत्रों में यहां के उद्योगपतियों से 15 हजार 606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुये हैं, जिससे 20 हजार से अधिक रोजगार का सृजन होगा। हमने लुधियाना और पंजाब के उद्योपतियोंत को मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के लिये आमंत्रित किया। साथ ही उन्हें मध्यप्रदेश में उपलब्ध संसाधनों के साथ राज्य की औद्योगिक नीतियों से भी अवगत कराया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को पंजाब की उद्योग नगरी लुधियाना में मध्यप्रदेश में निहित निवेश की संभावनाओं के संबंध में निवेशकों को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का एकमात्र प्रदेश है, जहां पन्ना जिले में हीरा तो शहडोल में आयरन डिपाजिस्ट्स है। बीते दिनों सिंगरौली जिले में सोने की खदानें भी मिली हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी निवेशकों को मध्यप्रदेश की रत्नगर्भा भूमि में निवेश करने के लिए आत्मीयता से आमंत्रित करते हुए कहा कि यहां व्यापार की असीम संभावनाएं हैं। आइये और मध्यप्रदेश में अपना दूसरा घर बनाईये। उन्होंने कहा कि निवेशक मध्यप्रदेश में जितने चाहें, उतने उद्योग-धंधे लगाएं, सरकार पलक-पावड़े बिछाकर आपका स्वागत करेगी, आपकी हर संभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योग-धंधे लगाने के लिए जरूरत के मुताबिक भूमि, बिजली, पानी, कुशल कार्यशक्ति सब उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश और पंजाब दोनों भाइयों की तरह हैं। अनाज के उत्पादन में पंजाब बड़ा और मध्यप्रदेश छोटा भाई है। ‍अब दोनों भाई मिलकर देश और मध्यप्रदेश का विकास करेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति पथ पर है। पंजाब वीरों की धरती है, इसकी अलग ही पहचान है। यह गुरु परंपरा की अद्भुत धरती है। मध्यप्रदेश के इंदौर की पहचान स्वच्छता में है, तो लुधियाना की पहचान उद्योगों से है। हम उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित करने आए हैं। आप खुले दिल से और बिना किसी हिचक के निवेश करें, सरकार जितनी हो सकेगी, आपकी उतनी मदद करेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत बदलते दौर में सिरमौर बन रहा है। उद्योगों से कई परिवारों का उदर-पोषण होता है और गरीबों के जीवन में आमदनी का उजाला आता है। यह एक पवित्र कार्य है। उद्योगपति अपने परिवार का पोषण करते हुए दूसरों का भी घर रौशन करते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब अमर शहीद भगत सिंह की धरती है, जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान देकर देश की आजादी में अहम भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोग यहां भी काम करते रहें और अपने कारोबार का विस्तार करते हुए एक-दो फैक्ट्री मध्यप्रदेश में भी लगाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी उद्योग अनुकूल नीतियों को दुनिया के सामने रखा। हमने उद्योगपतियों को कई सौगातें दी हैं। टेक्सटाईल्स सेक्टर के इंडस्ट्रियल वर्कर्स की सैलरी में मध्यप्रदेश सरकार 5 हजार रुपए की अतिरिक्त मदद देगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में स्कूली बच्चों को साइकिलें बांटी जा रही हैं। साइकिलें मुख्यत: पंजाब में ही बनती हैं। यही साइकल मध्यप्रदेश में भी बन सकती हैं। उद्योगपति मध्यप्रदेश में साइकल बनाने की फैक्ट्री लगाएं। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में सोने की चिड़िया की पहचान रखता था। वर्ष 1947 में देश आजाद हुआ, तब भारत दुनिया की 15वीं अर्थ-व्यवस्था हुआ करता था। इजरायल और जापान जैसे देश कहां से कहां पहुंच गए। वर्ष 2014 में भारत 11वें स्थान पर था और आज बदलते दौर में प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की चौथी बड़ी अर्थ-व्यवस्था बन गया है और अब तीसरी अर्थ-व्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने कोयम्बटूर, सूरत और अब लुधियाना में रोड-शो कर निवेशकों के साथ संवाद किया है। राज्य में संभाग स्तर पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव भी आयोजित की गईं। इसी साल फरवरी में भोपाल में हुई जीआईएस के माध्यम से मध्यप्रदेश को 30.77 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले थे। राज्य में इंडस्ट्री के विभिन्न सेक्टर्स के विकास के लिए अलग-अलग विषयों पर समिट आयोजित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश विभिन्न खनिज संपदाओं से संपन्न क्षेत्र है। यहां निवेश करना नि:संदेह फायदे का सौदा है।

श्रमिकों के हित में बड़े स्तर पर सेटलमेंट किये क्लियर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के हित में सैकड़ों करोड़ रुपये के सेटलमेंट क्लियर किये हैं। यह निर्णय प्रदेश सरकार की श्रमिकों के प्रति संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि यदि किसी नीति में निवेशकों को सुविधा देने के लिए संशोधन की आवश्यकता होगी तो सरकार कैबिनेट स्तर पर भी बदलाव करने के लिए तत्पर है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विभिन्न उद्योगपतियों द्वारा प्रदेश में निवेश हेतु 15,606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे लगभग 20,275 से अधिक रोजगार सृजन की संभावना है –

क्र

कंपनी का नाम

नाम, पदनाम

प्रस्तावित स्थान/ क्षेत्र

निवेश प्रस्ताव

(रू. करोड़ में)

अनुमानित रोजगार (संख्या में

1.

ट्राइडेंट ग्रुप

श्री राजेन्द्र गुप्ता, चेयरमैन

 

5000

6000

2.

रालशन टायर्स लिमिटेड

श्री संजीव पाहवा, चेयरमैन

एसआईपी पीथमपुर

2200

2000

3.

वर्धमान इंडस्ट्रीज

श्री एस.पी. ओसवाल, चेयरमैन

पी. एम. मित्रा पार्क, धार

1581

2500

4.

ए.बी. कोटस्पिन इंडस्ट्री

श्री दीपक गर्ग, मैनेजिंग डायरेक्टर

पी. एम. मित्रा पार्क, धार

1300

1500

5.

नाहर ग्रुप

श्री दिनेश ओसवाल, सीएमडी एवं मैनेजिंग डायरेक्टर

पी. एम. मित्रा पार्क, धार

1100

1000

6.

दीपक फास्टनर्स लिमिटेड

श्री संजीव कालरा, मैनेजिंग डायरेक्टर

सीहोर

1000

1800

7.

मिसेज बेक्टर्स फूड स्पेशियलिटीज लि.

श्री अनूप बेक्टर, एमडी

पीथमपुर

700

500

8.

हाईलैंड एथनॉल

श्री अमित मोदी

नरसिंहपुर

600

1000

9.

ए एंड एम एग्री वेंचर्स प्रालि

 

भोपाल

600

1000

10.

भगवती लैक्टों वेजिटेरियन एक्सपोर्ट्स प्रा. लि.

श्री सुशील मित्तल, चेयरमैन

मोहासा बाबई, नरसिंहपुर

500

300

11.

बॉन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज

श्री मंजीत सिंह, एमडी एवं चेयरमैन

इंदौर

200

750

12.

एमआरएम मेध्या ग्रीनटेक प्रा. लि.

श्री पुनीत अग्रवाल, निदेशक

मोहासा बाबई, नरसिंहपुर

100

125

13.

टीके स्टील एवं स्टील उद्योग समूह

श्री लोकेश जैन, एमडी, चेयरमैन-सीआईआई लुधियाना चैप्टर

 

200

300

14.

के.जी. एक्सपोर्ट्स एंड टीम

श्री हरीश दूआ, ईपीसी सदस्य

 

400

1000

15.

श्री दिनेश ओसवाल, सीएमडी एवं मैनेजिंग डायरेक्टर

चैतन्य डावर, डायरेक्टर

 

125

500

कुल

15,606

20,275

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की लुधियाना में प्रमुख उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लुधियाना प्रवास के दौरान पंजाब के प्रमुख उद्योगपतियों से वन-टू-वन बैठक कर उन्हें मध्यप्रदेश की निवेश समर्थक नीतियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया कि मध्यप्रदेश सरकार जहाँ भी संभावनाएं दिख रही हैं, वहाँ नीतिगत बदलाव करने के लिए पूरी तत्परता से काम करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में श्रमिकों और उद्योगों दोनों के हितों का समान ध्यान रखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव से चर्चा करने वाले उद्योगपतियों में टेक्सटाइल सेक्टर से नाहर ग्रुप के सीएमडी श्री दिनेश ओसवाल, एसईएल ग्रुप के सीएफओ श्री नवनीत गुप्ता और बॉन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि श्री मंजीत सिंह शामिल रहे। स्टील क्षेत्र से टीके स्टील समूह के एमडी श्री लोकेश जैन ने प्रदेश में संभावित निवेश अवसरों पर चर्चा की। फार्मास्यूटिकल्स, एथेनॉल एवं रसायन क्षेत्र से आईओएल केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स के एमडी श्री वरिन्दर गुप्ता और एमआरएम मेध्या ग्रीनटेक के डायरेक्टर श्री पुनीत अग्रवाल ने निवेश प्रस्ताव रखे।

खाद्य प्रसंस्करण और चाय उद्योग से जुड़े भगवती लैक्टो वेजिटेरियन एक्सपोर्ट्स के एमडी श्री सुशील मित्तल और केजी एक्सपोर्ट टीम के सदस्य श्री हरीश दुआ ने मध्यप्रदेश के लॉजिस्टिक्स नेटवर्क, कृषि उत्पाद उपलब्धता और फूड पार्क्स पर चर्चा की। इंजीनियरिंग सेक्टर से हीरो साइकिल के एमडी श्री एस.के. राय और हाईलैंड एथेनॉल के एमडी श्री अमित कुमार मोदी ने निवेश के लिए औद्योगिक क्षेत्रों की जानकारी ली। इसके अतिरिक्त, बेक्टर्स फूड्स के एमडी श्री अनूप बेक्टर और ए.वी. कोटस्पिन इंडस्ट्री के डायरेक्टर श्री दीपक गर्ग ने मुख्यमंत्री से विस्तार से चर्चा कर प्रदेश की नीतियों की सराहना की।

लुधियाना में हुआ यह संवाद न केवल निवेश प्रस्तावों की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश निवेशकों का भरोसेमंद और व्यवहारिक गंतव्य बनकर उभर रहा है।

पंजाब के निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश लैंड ऑफ अपॉर्च्युनिटी : एसीएस श्री मंडलोई

सत्र के दौरान मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री नीरज मंडलोई ने देश के दिल मध्यप्रदेश में सभी निवेशकों का स्वागत करते हुए कहा कि आज मध्यप्रदेश के विकास की झलक पंजाब में दिखाई दी है। पंजाब के निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश लैंड ऑफ अपॉर्च्युनिटी बन सकती है। राज्य में वर्ल्ड क्लास लॉजिस्टिक इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है। पंजाब के जैसे ही मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार की अनंत संभावनाएं हैं।

उद्योगपतियों को प्रदेश की नीतियों से कराया अवगत

प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री राघवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश तकनीक के क्षेत्र में तेजी से बढ़ता राज्य है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का पूरा ध्यान राज्य के औद्योगिकीकरण पर है। मध्यप्रदेश में निवेश की अनंत संभावनाएं हैं। प्रदेश में नार्थ, साउथ कॉरिडोर हैं। यहां लॉजिस्टिक की अच्छी सुविधाएं हैं। हमारे पास एक लाख एकड़ से ज्यादा लैंड बैंक है। केंद्र की ओर से उज्जैन में मेडिकल डिवाइस पार्क, धार में पीएम मित्र पार्क, मुरैना में लेदर पार्क और बाबई में इलेक्ट्रिक उपकरण पार्क मिला है। राज्य सरकार ने औद्योगिक विकास पर केंद्रित 18 नई नीतियां फरवरी में लागू की हैं। राज्यों में हमारी जीएसडीपी ग्रोथ सबसे अधिक रही है। निवेशकों को इंसेंटिव प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश में कई राष्ट्रीय संस्थान हैं। प्लांट मशीनरी पर इन्वेस्टमेंट प्रमोशन असिस्टेंस 40 प्रतिशत तक है। मध्यप्रदेश सरकार हरित औद्योगिकरण को बढ़ावा दे रही है। वर्कर्स के लिए हॉस्टल बनाए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश टाइगर, चीता और घड़ियाल के लिए भी जाना जाता है। भारत के 7 प्रतिशत वन मध्यप्रदेश में है।

मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार की अनंत संभावनाएं : चेयरमैन ट्राइडेंट ग्रुप श्री गुप्ता

चेयरमैन ट्राइडेंट ग्रुप श्री राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि लुधियाना पंजाब का मैनचैस्टर जैसा है। पंजाबियों के हौंसले बुलंद हैं, जो देश-विदेश में जाकर काम कर रहे हैं। हमारे ग्रुप को 10 साल में मध्यप्रदेश से काफी सहायता मिली और आज हम एमपी से दुनिया के 100 देशों में निर्यात करते हैं। मध्यप्रदेश से अच्छा कोई राज्य देश में नहीं है। यहां 5 लाख करोड़ का निवेश अगले तीन साल में पूरा करेंगे। उज्जैन के पास एक इंस्टीट्यूट की शुरुआत करेंगे। पंजाब के जैसे ही मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार की अनंत संभावनाएं हैं। मध्यप्रदेश ग्लोबल मार्केट के लिए लॉन्च पैड है।

मध्यप्रदेश है ग्लोबल मार्केट के लिये लांच पैड

उद्योगपति श्री संजीव कालरा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लुधियाना की धरती पर स्वागत है। हमारी कंपनी ने पीथमपुर में दुनिया की बड़ी ट्रक निर्माण यूनिट लगाई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व और विजन से हमें प्रेरणा मिलती है। मध्यप्रदेश को 500 बिलियन की इकोनॉमी बनाने का विजन प्रशंसनीय है। राज्य सरकार जमीन से जुड़े कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हम पीथमपुर प्लांट से यूरोप समेत अन्य देशों में निवेश कर रहे हैं। मध्यप्रदेश ग्लोबल मार्केट के लिए लॉन्च पैड है। इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है। इंदौर में 300 एकड़ में बना व्हीकल टेस्टिंग ट्रैक हमारी कंपनी ने भी यूज किया है। उन्होंने उद्योगपतियों से कहा कि मध्यप्रदेश रेडी टू लीड स्टेट है। इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लुधियाना पहुँचने पर उद्योगपतियों ने जोरदार स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंटरैक्टिव सत्र का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया और अनेक उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बाद में पत्रकार वार्ता में भी सम्मिलित हुए।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -
- Advertisement -

Latest Articles

cmmohanyadavलुधियाना इंटरैक्टिव सेशन में मिले 15,606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

20 हजार से अधिक रोजगार का होगा सृजन
लुधियाना और पंजाब के निवेशकों को मध्यप्रदेश में किया आमंत्रित
मध्यप्रदेश में निवेश करें और विकसित भारत के निर्माण में बने भागीदार
पंजाब और मध्यप्रदेश मिलकर करेंगे देश का विकास
श्रमिकों के हित में मध्यप्रदेश सरकार ने बड़े स्तर पर लंबित सेटलमेंट किये क्लियर
निवेशकों को राज्य की औद्योगिक नीतियों से कराया अवगत
इंटरैक्टिव सेशन और संवाद-सत्र में 400 से अधिक प्रतिभागी हुए शामिल
वन-टू-वन चर्चा में 15 से अधिक उद्योगपतियों से किया संवाद
निवेशकों ने म.प्र. के विभिन्न क्षेत्रों में दिखाई निवेश के प्रति रूचि

cmmohanyadavभोपाल : सोमवार, जुलाई 7,मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि देश का आर्थिक तंत्र मजबूत हुआ है। देश में औद्योगीकरण बढ़ा है, अब हम विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। लुधियाना भारत का मैन्चेस्टर है। यहां के उद्योगपतियों ने बड़ी मेहनत से अपनी पहचान बनाई है। लुधियाना में निर्मित ए-वन और हीरो साइकिल्स देश-दुनिया में मशहूर हैं। पंजाब के निवेशक देश की आर्थिक समृद्धि में योगदान देने वाले प्रमुख ध्वजवाहक हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज लुधियाना में हुये इंटरैक्टिव सेशन, वन-टू-वन चर्चा और संवाद सत्रों में यहां के उद्योगपतियों से 15 हजार 606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुये हैं, जिससे 20 हजार से अधिक रोजगार का सृजन होगा। हमने लुधियाना और पंजाब के उद्योपतियोंत को मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के लिये आमंत्रित किया। साथ ही उन्हें मध्यप्रदेश में उपलब्ध संसाधनों के साथ राज्य की औद्योगिक नीतियों से भी अवगत कराया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को पंजाब की उद्योग नगरी लुधियाना में मध्यप्रदेश में निहित निवेश की संभावनाओं के संबंध में निवेशकों को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का एकमात्र प्रदेश है, जहां पन्ना जिले में हीरा तो शहडोल में आयरन डिपाजिस्ट्स है। बीते दिनों सिंगरौली जिले में सोने की खदानें भी मिली हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी निवेशकों को मध्यप्रदेश की रत्नगर्भा भूमि में निवेश करने के लिए आत्मीयता से आमंत्रित करते हुए कहा कि यहां व्यापार की असीम संभावनाएं हैं। आइये और मध्यप्रदेश में अपना दूसरा घर बनाईये। उन्होंने कहा कि निवेशक मध्यप्रदेश में जितने चाहें, उतने उद्योग-धंधे लगाएं, सरकार पलक-पावड़े बिछाकर आपका स्वागत करेगी, आपकी हर संभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योग-धंधे लगाने के लिए जरूरत के मुताबिक भूमि, बिजली, पानी, कुशल कार्यशक्ति सब उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश और पंजाब दोनों भाइयों की तरह हैं। अनाज के उत्पादन में पंजाब बड़ा और मध्यप्रदेश छोटा भाई है। ‍अब दोनों भाई मिलकर देश और मध्यप्रदेश का विकास करेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति पथ पर है। पंजाब वीरों की धरती है, इसकी अलग ही पहचान है। यह गुरु परंपरा की अद्भुत धरती है। मध्यप्रदेश के इंदौर की पहचान स्वच्छता में है, तो लुधियाना की पहचान उद्योगों से है। हम उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित करने आए हैं। आप खुले दिल से और बिना किसी हिचक के निवेश करें, सरकार जितनी हो सकेगी, आपकी उतनी मदद करेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत बदलते दौर में सिरमौर बन रहा है। उद्योगों से कई परिवारों का उदर-पोषण होता है और गरीबों के जीवन में आमदनी का उजाला आता है। यह एक पवित्र कार्य है। उद्योगपति अपने परिवार का पोषण करते हुए दूसरों का भी घर रौशन करते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब अमर शहीद भगत सिंह की धरती है, जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान देकर देश की आजादी में अहम भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोग यहां भी काम करते रहें और अपने कारोबार का विस्तार करते हुए एक-दो फैक्ट्री मध्यप्रदेश में भी लगाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी उद्योग अनुकूल नीतियों को दुनिया के सामने रखा। हमने उद्योगपतियों को कई सौगातें दी हैं। टेक्सटाईल्स सेक्टर के इंडस्ट्रियल वर्कर्स की सैलरी में मध्यप्रदेश सरकार 5 हजार रुपए की अतिरिक्त मदद देगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में स्कूली बच्चों को साइकिलें बांटी जा रही हैं। साइकिलें मुख्यत: पंजाब में ही बनती हैं। यही साइकल मध्यप्रदेश में भी बन सकती हैं। उद्योगपति मध्यप्रदेश में साइकल बनाने की फैक्ट्री लगाएं। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में सोने की चिड़िया की पहचान रखता था। वर्ष 1947 में देश आजाद हुआ, तब भारत दुनिया की 15वीं अर्थ-व्यवस्था हुआ करता था। इजरायल और जापान जैसे देश कहां से कहां पहुंच गए। वर्ष 2014 में भारत 11वें स्थान पर था और आज बदलते दौर में प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की चौथी बड़ी अर्थ-व्यवस्था बन गया है और अब तीसरी अर्थ-व्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने कोयम्बटूर, सूरत और अब लुधियाना में रोड-शो कर निवेशकों के साथ संवाद किया है। राज्य में संभाग स्तर पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव भी आयोजित की गईं। इसी साल फरवरी में भोपाल में हुई जीआईएस के माध्यम से मध्यप्रदेश को 30.77 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले थे। राज्य में इंडस्ट्री के विभिन्न सेक्टर्स के विकास के लिए अलग-अलग विषयों पर समिट आयोजित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश विभिन्न खनिज संपदाओं से संपन्न क्षेत्र है। यहां निवेश करना नि:संदेह फायदे का सौदा है।

श्रमिकों के हित में बड़े स्तर पर सेटलमेंट किये क्लियर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के हित में सैकड़ों करोड़ रुपये के सेटलमेंट क्लियर किये हैं। यह निर्णय प्रदेश सरकार की श्रमिकों के प्रति संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि यदि किसी नीति में निवेशकों को सुविधा देने के लिए संशोधन की आवश्यकता होगी तो सरकार कैबिनेट स्तर पर भी बदलाव करने के लिए तत्पर है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विभिन्न उद्योगपतियों द्वारा प्रदेश में निवेश हेतु 15,606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे लगभग 20,275 से अधिक रोजगार सृजन की संभावना है –

क्र

कंपनी का नाम

नाम, पदनाम

प्रस्तावित स्थान/ क्षेत्र

निवेश प्रस्ताव

(रू. करोड़ में)

अनुमानित रोजगार (संख्या में

1.

ट्राइडेंट ग्रुप

श्री राजेन्द्र गुप्ता, चेयरमैन

 

5000

6000

2.

रालशन टायर्स लिमिटेड

श्री संजीव पाहवा, चेयरमैन

एसआईपी पीथमपुर

2200

2000

3.

वर्धमान इंडस्ट्रीज

श्री एस.पी. ओसवाल, चेयरमैन

पी. एम. मित्रा पार्क, धार

1581

2500

4.

ए.बी. कोटस्पिन इंडस्ट्री

श्री दीपक गर्ग, मैनेजिंग डायरेक्टर

पी. एम. मित्रा पार्क, धार

1300

1500

5.

नाहर ग्रुप

श्री दिनेश ओसवाल, सीएमडी एवं मैनेजिंग डायरेक्टर

पी. एम. मित्रा पार्क, धार

1100

1000

6.

दीपक फास्टनर्स लिमिटेड

श्री संजीव कालरा, मैनेजिंग डायरेक्टर

सीहोर

1000

1800

7.

मिसेज बेक्टर्स फूड स्पेशियलिटीज लि.

श्री अनूप बेक्टर, एमडी

पीथमपुर

700

500

8.

हाईलैंड एथनॉल

श्री अमित मोदी

नरसिंहपुर

600

1000

9.

ए एंड एम एग्री वेंचर्स प्रालि

 

भोपाल

600

1000

10.

भगवती लैक्टों वेजिटेरियन एक्सपोर्ट्स प्रा. लि.

श्री सुशील मित्तल, चेयरमैन

मोहासा बाबई, नरसिंहपुर

500

300

11.

बॉन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज

श्री मंजीत सिंह, एमडी एवं चेयरमैन

इंदौर

200

750

12.

एमआरएम मेध्या ग्रीनटेक प्रा. लि.

श्री पुनीत अग्रवाल, निदेशक

मोहासा बाबई, नरसिंहपुर

100

125

13.

टीके स्टील एवं स्टील उद्योग समूह

श्री लोकेश जैन, एमडी, चेयरमैन-सीआईआई लुधियाना चैप्टर

 

200

300

14.

के.जी. एक्सपोर्ट्स एंड टीम

श्री हरीश दूआ, ईपीसी सदस्य

 

400

1000

15.

श्री दिनेश ओसवाल, सीएमडी एवं मैनेजिंग डायरेक्टर

चैतन्य डावर, डायरेक्टर

 

125

500

कुल

15,606

20,275

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की लुधियाना में प्रमुख उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लुधियाना प्रवास के दौरान पंजाब के प्रमुख उद्योगपतियों से वन-टू-वन बैठक कर उन्हें मध्यप्रदेश की निवेश समर्थक नीतियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया कि मध्यप्रदेश सरकार जहाँ भी संभावनाएं दिख रही हैं, वहाँ नीतिगत बदलाव करने के लिए पूरी तत्परता से काम करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में श्रमिकों और उद्योगों दोनों के हितों का समान ध्यान रखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव से चर्चा करने वाले उद्योगपतियों में टेक्सटाइल सेक्टर से नाहर ग्रुप के सीएमडी श्री दिनेश ओसवाल, एसईएल ग्रुप के सीएफओ श्री नवनीत गुप्ता और बॉन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि श्री मंजीत सिंह शामिल रहे। स्टील क्षेत्र से टीके स्टील समूह के एमडी श्री लोकेश जैन ने प्रदेश में संभावित निवेश अवसरों पर चर्चा की। फार्मास्यूटिकल्स, एथेनॉल एवं रसायन क्षेत्र से आईओएल केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स के एमडी श्री वरिन्दर गुप्ता और एमआरएम मेध्या ग्रीनटेक के डायरेक्टर श्री पुनीत अग्रवाल ने निवेश प्रस्ताव रखे।

खाद्य प्रसंस्करण और चाय उद्योग से जुड़े भगवती लैक्टो वेजिटेरियन एक्सपोर्ट्स के एमडी श्री सुशील मित्तल और केजी एक्सपोर्ट टीम के सदस्य श्री हरीश दुआ ने मध्यप्रदेश के लॉजिस्टिक्स नेटवर्क, कृषि उत्पाद उपलब्धता और फूड पार्क्स पर चर्चा की। इंजीनियरिंग सेक्टर से हीरो साइकिल के एमडी श्री एस.के. राय और हाईलैंड एथेनॉल के एमडी श्री अमित कुमार मोदी ने निवेश के लिए औद्योगिक क्षेत्रों की जानकारी ली। इसके अतिरिक्त, बेक्टर्स फूड्स के एमडी श्री अनूप बेक्टर और ए.वी. कोटस्पिन इंडस्ट्री के डायरेक्टर श्री दीपक गर्ग ने मुख्यमंत्री से विस्तार से चर्चा कर प्रदेश की नीतियों की सराहना की।

लुधियाना में हुआ यह संवाद न केवल निवेश प्रस्तावों की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश निवेशकों का भरोसेमंद और व्यवहारिक गंतव्य बनकर उभर रहा है।

पंजाब के निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश लैंड ऑफ अपॉर्च्युनिटी : एसीएस श्री मंडलोई

सत्र के दौरान मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री नीरज मंडलोई ने देश के दिल मध्यप्रदेश में सभी निवेशकों का स्वागत करते हुए कहा कि आज मध्यप्रदेश के विकास की झलक पंजाब में दिखाई दी है। पंजाब के निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश लैंड ऑफ अपॉर्च्युनिटी बन सकती है। राज्य में वर्ल्ड क्लास लॉजिस्टिक इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है। पंजाब के जैसे ही मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार की अनंत संभावनाएं हैं।

उद्योगपतियों को प्रदेश की नीतियों से कराया अवगत

प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री राघवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश तकनीक के क्षेत्र में तेजी से बढ़ता राज्य है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का पूरा ध्यान राज्य के औद्योगिकीकरण पर है। मध्यप्रदेश में निवेश की अनंत संभावनाएं हैं। प्रदेश में नार्थ, साउथ कॉरिडोर हैं। यहां लॉजिस्टिक की अच्छी सुविधाएं हैं। हमारे पास एक लाख एकड़ से ज्यादा लैंड बैंक है। केंद्र की ओर से उज्जैन में मेडिकल डिवाइस पार्क, धार में पीएम मित्र पार्क, मुरैना में लेदर पार्क और बाबई में इलेक्ट्रिक उपकरण पार्क मिला है। राज्य सरकार ने औद्योगिक विकास पर केंद्रित 18 नई नीतियां फरवरी में लागू की हैं। राज्यों में हमारी जीएसडीपी ग्रोथ सबसे अधिक रही है। निवेशकों को इंसेंटिव प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश में कई राष्ट्रीय संस्थान हैं। प्लांट मशीनरी पर इन्वेस्टमेंट प्रमोशन असिस्टेंस 40 प्रतिशत तक है। मध्यप्रदेश सरकार हरित औद्योगिकरण को बढ़ावा दे रही है। वर्कर्स के लिए हॉस्टल बनाए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश टाइगर, चीता और घड़ियाल के लिए भी जाना जाता है। भारत के 7 प्रतिशत वन मध्यप्रदेश में है।

मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार की अनंत संभावनाएं : चेयरमैन ट्राइडेंट ग्रुप श्री गुप्ता

चेयरमैन ट्राइडेंट ग्रुप श्री राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि लुधियाना पंजाब का मैनचैस्टर जैसा है। पंजाबियों के हौंसले बुलंद हैं, जो देश-विदेश में जाकर काम कर रहे हैं। हमारे ग्रुप को 10 साल में मध्यप्रदेश से काफी सहायता मिली और आज हम एमपी से दुनिया के 100 देशों में निर्यात करते हैं। मध्यप्रदेश से अच्छा कोई राज्य देश में नहीं है। यहां 5 लाख करोड़ का निवेश अगले तीन साल में पूरा करेंगे। उज्जैन के पास एक इंस्टीट्यूट की शुरुआत करेंगे। पंजाब के जैसे ही मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार की अनंत संभावनाएं हैं। मध्यप्रदेश ग्लोबल मार्केट के लिए लॉन्च पैड है।

मध्यप्रदेश है ग्लोबल मार्केट के लिये लांच पैड

उद्योगपति श्री संजीव कालरा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लुधियाना की धरती पर स्वागत है। हमारी कंपनी ने पीथमपुर में दुनिया की बड़ी ट्रक निर्माण यूनिट लगाई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व और विजन से हमें प्रेरणा मिलती है। मध्यप्रदेश को 500 बिलियन की इकोनॉमी बनाने का विजन प्रशंसनीय है। राज्य सरकार जमीन से जुड़े कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हम पीथमपुर प्लांट से यूरोप समेत अन्य देशों में निवेश कर रहे हैं। मध्यप्रदेश ग्लोबल मार्केट के लिए लॉन्च पैड है। इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है। इंदौर में 300 एकड़ में बना व्हीकल टेस्टिंग ट्रैक हमारी कंपनी ने भी यूज किया है। उन्होंने उद्योगपतियों से कहा कि मध्यप्रदेश रेडी टू लीड स्टेट है। इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लुधियाना पहुँचने पर उद्योगपतियों ने जोरदार स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंटरैक्टिव सत्र का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया और अनेक उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बाद में पत्रकार वार्ता में भी सम्मिलित हुए।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -

Latest Articles

cmmohanyadavलुधियाना इंटरैक्टिव सेशन में मिले 15,606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

20 हजार से अधिक रोजगार का होगा सृजन
लुधियाना और पंजाब के निवेशकों को मध्यप्रदेश में किया आमंत्रित
मध्यप्रदेश में निवेश करें और विकसित भारत के निर्माण में बने भागीदार
पंजाब और मध्यप्रदेश मिलकर करेंगे देश का विकास
श्रमिकों के हित में मध्यप्रदेश सरकार ने बड़े स्तर पर लंबित सेटलमेंट किये क्लियर
निवेशकों को राज्य की औद्योगिक नीतियों से कराया अवगत
इंटरैक्टिव सेशन और संवाद-सत्र में 400 से अधिक प्रतिभागी हुए शामिल
वन-टू-वन चर्चा में 15 से अधिक उद्योगपतियों से किया संवाद
निवेशकों ने म.प्र. के विभिन्न क्षेत्रों में दिखाई निवेश के प्रति रूचि

cmmohanyadavभोपाल : सोमवार, जुलाई 7,मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि देश का आर्थिक तंत्र मजबूत हुआ है। देश में औद्योगीकरण बढ़ा है, अब हम विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। लुधियाना भारत का मैन्चेस्टर है। यहां के उद्योगपतियों ने बड़ी मेहनत से अपनी पहचान बनाई है। लुधियाना में निर्मित ए-वन और हीरो साइकिल्स देश-दुनिया में मशहूर हैं। पंजाब के निवेशक देश की आर्थिक समृद्धि में योगदान देने वाले प्रमुख ध्वजवाहक हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज लुधियाना में हुये इंटरैक्टिव सेशन, वन-टू-वन चर्चा और संवाद सत्रों में यहां के उद्योगपतियों से 15 हजार 606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुये हैं, जिससे 20 हजार से अधिक रोजगार का सृजन होगा। हमने लुधियाना और पंजाब के उद्योपतियोंत को मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के लिये आमंत्रित किया। साथ ही उन्हें मध्यप्रदेश में उपलब्ध संसाधनों के साथ राज्य की औद्योगिक नीतियों से भी अवगत कराया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को पंजाब की उद्योग नगरी लुधियाना में मध्यप्रदेश में निहित निवेश की संभावनाओं के संबंध में निवेशकों को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का एकमात्र प्रदेश है, जहां पन्ना जिले में हीरा तो शहडोल में आयरन डिपाजिस्ट्स है। बीते दिनों सिंगरौली जिले में सोने की खदानें भी मिली हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी निवेशकों को मध्यप्रदेश की रत्नगर्भा भूमि में निवेश करने के लिए आत्मीयता से आमंत्रित करते हुए कहा कि यहां व्यापार की असीम संभावनाएं हैं। आइये और मध्यप्रदेश में अपना दूसरा घर बनाईये। उन्होंने कहा कि निवेशक मध्यप्रदेश में जितने चाहें, उतने उद्योग-धंधे लगाएं, सरकार पलक-पावड़े बिछाकर आपका स्वागत करेगी, आपकी हर संभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योग-धंधे लगाने के लिए जरूरत के मुताबिक भूमि, बिजली, पानी, कुशल कार्यशक्ति सब उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश और पंजाब दोनों भाइयों की तरह हैं। अनाज के उत्पादन में पंजाब बड़ा और मध्यप्रदेश छोटा भाई है। ‍अब दोनों भाई मिलकर देश और मध्यप्रदेश का विकास करेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति पथ पर है। पंजाब वीरों की धरती है, इसकी अलग ही पहचान है। यह गुरु परंपरा की अद्भुत धरती है। मध्यप्रदेश के इंदौर की पहचान स्वच्छता में है, तो लुधियाना की पहचान उद्योगों से है। हम उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित करने आए हैं। आप खुले दिल से और बिना किसी हिचक के निवेश करें, सरकार जितनी हो सकेगी, आपकी उतनी मदद करेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत बदलते दौर में सिरमौर बन रहा है। उद्योगों से कई परिवारों का उदर-पोषण होता है और गरीबों के जीवन में आमदनी का उजाला आता है। यह एक पवित्र कार्य है। उद्योगपति अपने परिवार का पोषण करते हुए दूसरों का भी घर रौशन करते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब अमर शहीद भगत सिंह की धरती है, जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान देकर देश की आजादी में अहम भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोग यहां भी काम करते रहें और अपने कारोबार का विस्तार करते हुए एक-दो फैक्ट्री मध्यप्रदेश में भी लगाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में मध्यप्रदेश सरकार ने अपनी उद्योग अनुकूल नीतियों को दुनिया के सामने रखा। हमने उद्योगपतियों को कई सौगातें दी हैं। टेक्सटाईल्स सेक्टर के इंडस्ट्रियल वर्कर्स की सैलरी में मध्यप्रदेश सरकार 5 हजार रुपए की अतिरिक्त मदद देगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में स्कूली बच्चों को साइकिलें बांटी जा रही हैं। साइकिलें मुख्यत: पंजाब में ही बनती हैं। यही साइकल मध्यप्रदेश में भी बन सकती हैं। उद्योगपति मध्यप्रदेश में साइकल बनाने की फैक्ट्री लगाएं। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में सोने की चिड़िया की पहचान रखता था। वर्ष 1947 में देश आजाद हुआ, तब भारत दुनिया की 15वीं अर्थ-व्यवस्था हुआ करता था। इजरायल और जापान जैसे देश कहां से कहां पहुंच गए। वर्ष 2014 में भारत 11वें स्थान पर था और आज बदलते दौर में प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की चौथी बड़ी अर्थ-व्यवस्था बन गया है और अब तीसरी अर्थ-व्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने कोयम्बटूर, सूरत और अब लुधियाना में रोड-शो कर निवेशकों के साथ संवाद किया है। राज्य में संभाग स्तर पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव भी आयोजित की गईं। इसी साल फरवरी में भोपाल में हुई जीआईएस के माध्यम से मध्यप्रदेश को 30.77 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले थे। राज्य में इंडस्ट्री के विभिन्न सेक्टर्स के विकास के लिए अलग-अलग विषयों पर समिट आयोजित की जा रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश विभिन्न खनिज संपदाओं से संपन्न क्षेत्र है। यहां निवेश करना नि:संदेह फायदे का सौदा है।

श्रमिकों के हित में बड़े स्तर पर सेटलमेंट किये क्लियर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के हित में सैकड़ों करोड़ रुपये के सेटलमेंट क्लियर किये हैं। यह निर्णय प्रदेश सरकार की श्रमिकों के प्रति संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि यदि किसी नीति में निवेशकों को सुविधा देने के लिए संशोधन की आवश्यकता होगी तो सरकार कैबिनेट स्तर पर भी बदलाव करने के लिए तत्पर है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विभिन्न उद्योगपतियों द्वारा प्रदेश में निवेश हेतु 15,606 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे लगभग 20,275 से अधिक रोजगार सृजन की संभावना है –

क्र

कंपनी का नाम

नाम, पदनाम

प्रस्तावित स्थान/ क्षेत्र

निवेश प्रस्ताव

(रू. करोड़ में)

अनुमानित रोजगार (संख्या में

1.

ट्राइडेंट ग्रुप

श्री राजेन्द्र गुप्ता, चेयरमैन

 

5000

6000

2.

रालशन टायर्स लिमिटेड

श्री संजीव पाहवा, चेयरमैन

एसआईपी पीथमपुर

2200

2000

3.

वर्धमान इंडस्ट्रीज

श्री एस.पी. ओसवाल, चेयरमैन

पी. एम. मित्रा पार्क, धार

1581

2500

4.

ए.बी. कोटस्पिन इंडस्ट्री

श्री दीपक गर्ग, मैनेजिंग डायरेक्टर

पी. एम. मित्रा पार्क, धार

1300

1500

5.

नाहर ग्रुप

श्री दिनेश ओसवाल, सीएमडी एवं मैनेजिंग डायरेक्टर

पी. एम. मित्रा पार्क, धार

1100

1000

6.

दीपक फास्टनर्स लिमिटेड

श्री संजीव कालरा, मैनेजिंग डायरेक्टर

सीहोर

1000

1800

7.

मिसेज बेक्टर्स फूड स्पेशियलिटीज लि.

श्री अनूप बेक्टर, एमडी

पीथमपुर

700

500

8.

हाईलैंड एथनॉल

श्री अमित मोदी

नरसिंहपुर

600

1000

9.

ए एंड एम एग्री वेंचर्स प्रालि

 

भोपाल

600

1000

10.

भगवती लैक्टों वेजिटेरियन एक्सपोर्ट्स प्रा. लि.

श्री सुशील मित्तल, चेयरमैन

मोहासा बाबई, नरसिंहपुर

500

300

11.

बॉन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज

श्री मंजीत सिंह, एमडी एवं चेयरमैन

इंदौर

200

750

12.

एमआरएम मेध्या ग्रीनटेक प्रा. लि.

श्री पुनीत अग्रवाल, निदेशक

मोहासा बाबई, नरसिंहपुर

100

125

13.

टीके स्टील एवं स्टील उद्योग समूह

श्री लोकेश जैन, एमडी, चेयरमैन-सीआईआई लुधियाना चैप्टर

 

200

300

14.

के.जी. एक्सपोर्ट्स एंड टीम

श्री हरीश दूआ, ईपीसी सदस्य

 

400

1000

15.

श्री दिनेश ओसवाल, सीएमडी एवं मैनेजिंग डायरेक्टर

चैतन्य डावर, डायरेक्टर

 

125

500

कुल

15,606

20,275

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की लुधियाना में प्रमुख उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लुधियाना प्रवास के दौरान पंजाब के प्रमुख उद्योगपतियों से वन-टू-वन बैठक कर उन्हें मध्यप्रदेश की निवेश समर्थक नीतियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया कि मध्यप्रदेश सरकार जहाँ भी संभावनाएं दिख रही हैं, वहाँ नीतिगत बदलाव करने के लिए पूरी तत्परता से काम करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में श्रमिकों और उद्योगों दोनों के हितों का समान ध्यान रखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव से चर्चा करने वाले उद्योगपतियों में टेक्सटाइल सेक्टर से नाहर ग्रुप के सीएमडी श्री दिनेश ओसवाल, एसईएल ग्रुप के सीएफओ श्री नवनीत गुप्ता और बॉन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि श्री मंजीत सिंह शामिल रहे। स्टील क्षेत्र से टीके स्टील समूह के एमडी श्री लोकेश जैन ने प्रदेश में संभावित निवेश अवसरों पर चर्चा की। फार्मास्यूटिकल्स, एथेनॉल एवं रसायन क्षेत्र से आईओएल केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स के एमडी श्री वरिन्दर गुप्ता और एमआरएम मेध्या ग्रीनटेक के डायरेक्टर श्री पुनीत अग्रवाल ने निवेश प्रस्ताव रखे।

खाद्य प्रसंस्करण और चाय उद्योग से जुड़े भगवती लैक्टो वेजिटेरियन एक्सपोर्ट्स के एमडी श्री सुशील मित्तल और केजी एक्सपोर्ट टीम के सदस्य श्री हरीश दुआ ने मध्यप्रदेश के लॉजिस्टिक्स नेटवर्क, कृषि उत्पाद उपलब्धता और फूड पार्क्स पर चर्चा की। इंजीनियरिंग सेक्टर से हीरो साइकिल के एमडी श्री एस.के. राय और हाईलैंड एथेनॉल के एमडी श्री अमित कुमार मोदी ने निवेश के लिए औद्योगिक क्षेत्रों की जानकारी ली। इसके अतिरिक्त, बेक्टर्स फूड्स के एमडी श्री अनूप बेक्टर और ए.वी. कोटस्पिन इंडस्ट्री के डायरेक्टर श्री दीपक गर्ग ने मुख्यमंत्री से विस्तार से चर्चा कर प्रदेश की नीतियों की सराहना की।

लुधियाना में हुआ यह संवाद न केवल निवेश प्रस्तावों की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश निवेशकों का भरोसेमंद और व्यवहारिक गंतव्य बनकर उभर रहा है।

पंजाब के निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश लैंड ऑफ अपॉर्च्युनिटी : एसीएस श्री मंडलोई

सत्र के दौरान मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री नीरज मंडलोई ने देश के दिल मध्यप्रदेश में सभी निवेशकों का स्वागत करते हुए कहा कि आज मध्यप्रदेश के विकास की झलक पंजाब में दिखाई दी है। पंजाब के निवेशकों के लिए मध्यप्रदेश लैंड ऑफ अपॉर्च्युनिटी बन सकती है। राज्य में वर्ल्ड क्लास लॉजिस्टिक इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है। पंजाब के जैसे ही मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार की अनंत संभावनाएं हैं।

उद्योगपतियों को प्रदेश की नीतियों से कराया अवगत

प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री राघवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश तकनीक के क्षेत्र में तेजी से बढ़ता राज्य है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का पूरा ध्यान राज्य के औद्योगिकीकरण पर है। मध्यप्रदेश में निवेश की अनंत संभावनाएं हैं। प्रदेश में नार्थ, साउथ कॉरिडोर हैं। यहां लॉजिस्टिक की अच्छी सुविधाएं हैं। हमारे पास एक लाख एकड़ से ज्यादा लैंड बैंक है। केंद्र की ओर से उज्जैन में मेडिकल डिवाइस पार्क, धार में पीएम मित्र पार्क, मुरैना में लेदर पार्क और बाबई में इलेक्ट्रिक उपकरण पार्क मिला है। राज्य सरकार ने औद्योगिक विकास पर केंद्रित 18 नई नीतियां फरवरी में लागू की हैं। राज्यों में हमारी जीएसडीपी ग्रोथ सबसे अधिक रही है। निवेशकों को इंसेंटिव प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश में कई राष्ट्रीय संस्थान हैं। प्लांट मशीनरी पर इन्वेस्टमेंट प्रमोशन असिस्टेंस 40 प्रतिशत तक है। मध्यप्रदेश सरकार हरित औद्योगिकरण को बढ़ावा दे रही है। वर्कर्स के लिए हॉस्टल बनाए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश टाइगर, चीता और घड़ियाल के लिए भी जाना जाता है। भारत के 7 प्रतिशत वन मध्यप्रदेश में है।

मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार की अनंत संभावनाएं : चेयरमैन ट्राइडेंट ग्रुप श्री गुप्ता

चेयरमैन ट्राइडेंट ग्रुप श्री राजेंद्र गुप्ता ने कहा कि लुधियाना पंजाब का मैनचैस्टर जैसा है। पंजाबियों के हौंसले बुलंद हैं, जो देश-विदेश में जाकर काम कर रहे हैं। हमारे ग्रुप को 10 साल में मध्यप्रदेश से काफी सहायता मिली और आज हम एमपी से दुनिया के 100 देशों में निर्यात करते हैं। मध्यप्रदेश से अच्छा कोई राज्य देश में नहीं है। यहां 5 लाख करोड़ का निवेश अगले तीन साल में पूरा करेंगे। उज्जैन के पास एक इंस्टीट्यूट की शुरुआत करेंगे। पंजाब के जैसे ही मध्यप्रदेश में उद्योग-व्यापार की अनंत संभावनाएं हैं। मध्यप्रदेश ग्लोबल मार्केट के लिए लॉन्च पैड है।

मध्यप्रदेश है ग्लोबल मार्केट के लिये लांच पैड

उद्योगपति श्री संजीव कालरा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लुधियाना की धरती पर स्वागत है। हमारी कंपनी ने पीथमपुर में दुनिया की बड़ी ट्रक निर्माण यूनिट लगाई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व और विजन से हमें प्रेरणा मिलती है। मध्यप्रदेश को 500 बिलियन की इकोनॉमी बनाने का विजन प्रशंसनीय है। राज्य सरकार जमीन से जुड़े कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हम पीथमपुर प्लांट से यूरोप समेत अन्य देशों में निवेश कर रहे हैं। मध्यप्रदेश ग्लोबल मार्केट के लिए लॉन्च पैड है। इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है। इंदौर में 300 एकड़ में बना व्हीकल टेस्टिंग ट्रैक हमारी कंपनी ने भी यूज किया है। उन्होंने उद्योगपतियों से कहा कि मध्यप्रदेश रेडी टू लीड स्टेट है। इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लुधियाना पहुँचने पर उद्योगपतियों ने जोरदार स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंटरैक्टिव सत्र का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया और अनेक उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बाद में पत्रकार वार्ता में भी सम्मिलित हुए।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
3,912FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
- Advertisement -

Latest Articles