madhyapradeshबुरहानपुर (पॉलिटिकल रिपोर्टर) हाल ही में बॉलीवुड की फिल्म नायक आई थी जिसमें एक्टर अनिल कपूर एक पत्रकार की भूमिका निभाते है जिसमें अमरीश पुरी सीएम रहते अनिल कपूर को सीएम बनने की चुनौती देते है और अनिल कपूर एक दिन के सीएम बन जाते है और वह एक दिन के सीएम के रूप में वह वह काम करते है जिससे वह जनता में लोकप्रिय हो जाते है
कुछ ऐसा ही मिलता जुलता घटनाक्रम सोमवार को बुरहानपुर में दिखाई दिया जब नगर निगम की सभापति अनीता अमर यादव ने अपने रिलीवर के रूप में 10 मिनट के लिए पार्षद फहीम हाशमी को सभापति की जिम्मेदारी दी हम आपको बताते यह वह ही फहीम हाशमी है जो कांग्रेस से महापौर टिकट के दावेदार थे और अभी भी उनका सपना बुरहानपुर के महापौर बनने का है लेकिन 10 मिनट के सभापति बनने के बाद उनके करीबी और राजनैतिक जानकार अब उन्हे यह सलाह दे रहे है कि वह सभापति की सीट पर अच्छे जच रहे है लिहाजा वह आने वाले दिनों में नगर निगम सभापति बनने का अपना लक्ष्य रखे फिलहाल महापौर बनने का सपना त्याग दे
जब दर्शक दीर्घा से हुई तारिफ…
जैसे ही पार्षद फहीम हाशमी ने रिलीवर के रूप में नगर निगम सभापति की 10 मिनट की जिम्मेदारी संभाली तो दर्शक दीर्घा में बैठे पार्षद प्रतिनिधी, समाजसेवी और पत्रकार उनकी अपने अपने मोबाईल में फोटो वीडियो लेकर इसे सोशल मीडिया में वायरल करने लगे साथ ही बरबस एक आवाज आई कि ऐसा ही नगर निगम सभापति होना चाहिए
जगह जगह हुआ फहीम हाशमी का स्वागत…
पार्षद फहीम हाशमी की इस 10 मिनट की खूशी को उन्होने अपने परिवार, दोस्तों और वार्डवासियों के साथ शेयर की उनकी इस सफलता पर उनके मित्रों ने जगह जगह स्वागत किया कांग्रेस के तेज तर्रार अल्पसंख्यक नेता फरीद काजी और उनके मित्र मंडल ने पार्षद फहीम हाशमी का स्वागत किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की सभी ने एक स्वर में कहा सभापति की कुर्सी पर पार्षद फहीम हाशमी जम रहे थे और उनके लगातार नगर निगम में उठाए जा रहे मुद्दो और नगर निगम एक्ट की स्टडी को देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में पार्षद फहीम हाशमी इस जिम्मेदार पद के लिए अपनी भविष्य बनाए
क्या कहते है पार्षद फहीम हाशमी….
जब मैं निगम सभापति के सीट के करीब पहुंचा और उस पर आसीन हुआ तो मुझे यह एहसास हुआ यह सीट काफी जिम्मेदारी वाली सीट है इस सीट पर बैठ कर बडी जिम्मेदारी निभाना बहुत आसान नहीं है और इस सीट पर भी बैठकर शहर की सेवा की जा सकती है रहा सवाल मेरे समर्थक व शुभचिंतको का जो मेरा भविष्य निगम सभापति के रूप में देख रहे है हम तो शहर की सेवा करना चाहते है उसके चाहे कुर्सी हो या जमीन हम हर जगह सेवा करने को तैयार है मैं सभापति अनीता अमर यादव जी का आभार व्यक्त करता हुं जिन्होने मुझे इस योग्य समझा