Burhanpur Breaking Newsबुरहानपुर का *प्रिशियस लाइफ केयर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल* आजकल हर तरफ चर्चा में है, और वजह है इसकी एक ऐसी पहल जो दिल को छू लेती है। इस बार चैत्र नवरात्रि के पावन मौके पर, 30 मार्च 2025 (गुडी पड़वा) से 6 अप्रैल 2025 (राम नवमी) तक, अस्पताल ने घोषणा की है कि अस्पताल में जन्म लेने वाली हर बेटी की डिलीवरी बिल्कुल मुफ्त होगी। चाहे वो नॉर्मल डिलीवरी हो या सिजेरियन, किसी भी जाति या धर्म की माँ हो, अस्पताल हर खर्च खुद उठाएगा। ये खबर सिर्फ एक सूचना नहीं, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा है, जो बेटियों के सम्मान और उनके जीवन को महत्व देने की बात करती है।
चार साल पहले बुरहानपुर में शुरू हुए इस अस्पताल ने अपनी सेवा और संकल्प से न सिर्फ जिले में, बल्कि मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र तक अपनी पहचान बनाई है। संचालक ऋषि बंड की माने तो ये कोई नया अभियान नहीं है। हर साल चैत्र और शारदीय नवरात्रि के दौरान वो इस नेक काम को अंजाम देते हैं। उनके शब्दों में, “ये हमारा छोटा सा संकल्प है, जिसके जरिए हम बेटियों को वो सम्मान देना चाहते हैं, जो उनका हक है। डिलीवरी का सारा खर्च—दवाइयाँ, ऑपरेशन, देखभाल—सब कुछ अस्पताल वहन करेगा। माता-पिता को बस अपनी बेटी का स्वागत करने की खुशी मनानी है।” उनकी बातों में एक गहरी भावना झलकती है, जो बताती है कि ये पहल सिर्फ एक ऑफर नहीं, बल्कि उनके दिल से निकला हुआ मिशन है।
चैत्र नवरात्रि का समय हिंदू धर्म में बेहद खास माना जाता है। ये नौ दिन माँ दुर्गा की आराधना और शक्ति के प्रतीक के रूप में मनाए जाते हैं। ऐसे में बेटियों के जन्म को मुफ्त डिलीवरी के साथ सम्मानित करना इस पर्व की भावना को और गहरा करता है। ऋषि बंड कहते हैं, “हमारी संस्कृति में बेटियाँ लक्ष्मी का रूप मानी जाती हैं। फिर भी, आज कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियाँ समाज को कमजोर कर रही हैं। हमारा ये अभियान उस मानसिकता को बदलने की एक कोशिश है।” उनकी टीम का ये प्रयास न सिर्फ बेटियों को जीवनदान देता है, बल्कि लोगों को ये सोचने पर मजबूर करता है कि बेटियाँ बोझ नहीं, बल्कि परिवार और समाज की ताकत हैं।
इस पहल की खास बात ये है कि इसमें कोई भेदभाव नहीं है। हॉस्पिटल के दरवाजे हर माँ के लिए खुले हैं, चाहे वो किसी भी धर्म, जाति या समुदाय से हो। ये समावेशी सोच आज के दौर में एक मिसाल है, जब समाज में अभी भी कई दीवारें खड़ी हैं। एक माँ के लिए अपनी बेटी को जन्म देना अपने आप में एक बड़ा साहस है, और उस साहस को सम्मान देना इस अस्पताल का मकसद है। ऋषि बंड की टीम का कहना है कि पिछले चार सालों में इस अभियान से कई परिवारों ने लाभ उठाया है, और हर बार एक बेटी के जन्म पर उनकी खुशी देखकर लगता है कि ये कोशिश सार्थक है।
अगर आप या आपके आसपास कोई परिवार इस नवरात्रि बेटी का स्वागत करने वाला है, तो *प्रिशियस लाइफ केयर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल* आपके लिए एक सुनहरा मौका लेकर आया है। 30 मार्च से 6 अप्रैल तक, बेटी के जन्म पर न सिर्फ मुफ्त डिलीवरी होगी, बल्कि उसे एक नई शुरुआत का तोहफा भी मिलेगा। संपर्क के लिए नंबर हैं—9617144777 और 9617044777। ये सिर्फ एक अस्पताल की पहल नहीं, बल्कि एक ऐसा संदेश है जो सोशल मीडिया से लेकर हर गली-नुक्कड़ तक ट्रेंड कर सकता है।
आज जब हम डिजिटल दुनिया में हर छोटी-बड़ी खबर को वायरल होते देखते हैं, तो ये खबर उस भीड़ में एक अलग रोशनी की तरह है। ये हमें याद दिलाती है कि मानवता, सेवा और बेटियों का सम्मान अभी भी जिंदा है। तो चलिए, इस नवरात्रि इस पहल को शेयर करें, ताकि हर बेटी के जन्म को उत्सव बनाया जा सके। क्योंकि बेटियाँ सिर्फ घर की रौनक नहीं, बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ी की नींव हैं।