Burhanpur Breaking Newsबुरहानपुर:(बिजनेस रिपोर्टर) किसानों की सुविधा के लिए सरकार द्वारा बनाई गई कृषि उपज मंडियों का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी उपज बेचने के लिए उचित स्थान और सुविधाएं उपलब्ध कराना है। लेकिन बुरहानपुर की कृषि उपज मंडी अनाज प्रांगण में इसका उल्टा ही देखने को मिल रहा है। मंडी में किसानों की उपज की नीलामी के लिए बनाए गए शेड्स पर व्यापारियों ने कब्जा जमा लिया है,
रबी सीजन में गेंहू, चना और मक्का की बंपर आवक हो रही है, जिससे किसानों की संख्या बढ़ गई है। लेकिन मंडी में नीलामी शेड्स पर व्यापारियों द्वारा अपने अनाज के बोरे रखे जाने के कारण किसानों को अपनी उपज रखने तक की जगह नहीं मिल रही। हालात यह हैं कि कई व्यापारियों ने इन शेड्स को अपने दफ्तर में तब्दील कर लिया है। वे टेबल-कुर्सी और पंखा लगाकर यहीं से अपना व्यापार चला रहे हैं। कुछ व्यापारी तो नीलामी शेड्स का उपयोग अपने वाहनों की पार्किंग के रूप में भी कर रहे हैं।
कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष हर्षित ठाकुर ने इस अव्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए मंडी प्रशासन और जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि नीलामी शेड्स किसानों के लिए बनाए गए हैं और उनका उपयोग उन्हीं के लिए होना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि नीलामी के 24 घंटे के भीतर व्यापारियों को खरीदा हुआ अनाज गोदाम में शिफ्ट करने के निर्देश दिए जाएं, ताकि किसानों को इसका अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
हालांकि, मंडी प्रशासन इस समस्या को स्वीकारने से इनकार कर रहा है। मंडी सचिव हरेंद्र सिकरवार ने इसे रबी सीजन की अधिक आवक का परिणाम बताया है। लेकिन यह समस्या एक साल से भी अधिक समय से बनी हुई है। पहले भी मंडी प्रशासन व्यापारियों को नोटिस जारी कर चुका है, लेकिन नरम रवैए के कारण व्यापारी मनमानी कर रहे हैं।
किसानों को राहत दिलाने के लिए प्रशासन को जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि मंडी का मूल उद्देश्य पूरा हो सके और किसानों को उनकी मेहनत का सही मुआवजा मिल सके।