madhyapradesh के burhanpur जिले में बुरहानपुर बिजनेस न्यूज लगातार एक साल से रेणुका रोड स्थित कृषि उपज मंडी प्रांगण की लापरवाहियों व अव्यवस्थाओं को उजागर कर रहा है लेकिन मंडी प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है ऐसा लगता है मंडी में अघोषित रूप से कुछ तथाकथित कर्मचारियों का राज है जो समय समय पर हमारे व्दारा लापरवाही और अव्यवस्थाओं को उजागर किया जाता है तो उसे नजर अंदाज करते है और अपने कठपुतली बने अफसरों से भी नजर अंदाज करवाते है हमारे व्दारा मंडी के दो गेट के खुले होने व यहां से बिना टैक्स चोरी कर वाहनों की आवाजाही से अवगत कराया था लेकिन तत्कालीन जिम्मेदार अफसरो ने इसे अनदेखा कर दिया था लेकिन अब पैक हाउस से लाखो रूपए की मशीनरी गायब होने के बाद मंडी प्रशासन कुंभकरणीय नींद से जागा और इन दोनो गेट को बंद कराया गया
बुरहानपुर की रेणुका देवी कृषि उपज मंडी के केला कोल्ड स्टोरेज से मशीनें चोरी होने की घटना के बाद मंडी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। चोरी के बाद मंडी प्रशासन ने तीन में से दो गेट बंद कर दिए हैं और अब केवल एक गेट से आवागमन हो रहा है। इसके बावजूद सुरक्षा में कई खामियां नजर आ रही हैं।
जानकारी के अनुसार, करीब 14 महीने से बंद पड़े केला कोल्ड स्टोरेज से मशीनों की चोरी हुई है। इस घटना के पीछे मंडी के ही कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है। घटना के बाद कोल्ड स्टोरेज को ताले में बंद कर दिया गया है, लेकिन मंडी परिसर की सुरक्षा अब भी मजबूत नहीं हो सकी है।
मंडी में लगे अधिकांश सीसीटीवी कैमरे बंद हैं या खराब हालत में हैं। कुछ कैमरे केवल अनाज नीलामी शेड में ही कार्यरत हैं। वहीं, मंडी परिसर में स्ट्रीट लाइटें भी अधिकांश समय बंद रहती हैं, जिससे रात के समय अंधेरा छाया रहता है। चोरी से पहले जिस हिस्से में घटना हुई, वहां रात के समय पिछला गेट खुला रहता था, जिससे असामाजिक तत्वों का आना-जाना लगा रहता था।
चौंकाने वाली बात यह है कि मंडी संचालक मंडल करीब चार साल पहले भंग हो चुका है और तब से अब तक चुनाव नहीं हुए हैं। फिलहाल यहां एसडीएम प्रशासक के रूप में नियुक्त हैं, लेकिन कामकाज मंडी सचिव के हाथ में है। ऐसे में सुरक्षा की जिम्मेदारी को लेकर भी अस्पष्टता बनी हुई है।
चोरी की इस घटना ने मंडी प्रबंधन की कार्यप्रणाली और लापरवाही को उजागर कर दिया है। किसानों और व्यापारियों ने मांग की है कि मंडी में सीसीटीवी कैमरों की मरम्मत हो, स्ट्रीट लाइटें चालू की जाएं और सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।