burhanpurnews बुरहानपुर ( हेल्थ रिपोर्टर) मप्र स्वास्थ्य विभाग mphealthdepartment ने रविवार को अपनी बडी प्रशासनिक सर्जरी की है जिसके तहत बुरहानपुर जिला अस्पताल burhanpurdisthospital के सिविल सर्जन सह अधीक्षक civilsurgeon की जिम्मेदारी जिला अस्पताल में पदस्थ dr darpantonke डॉ दर्पण टोके को सौंपी है जबकि पूर्व में रहे सिविल सर्जन डॉ प्रदीप मोजेस के बीएमओ शाहपुर बनाया गया है
पिछले कुछ दिनों से 35 करोड के बने जिला अस्पताल भवन में मरीजों का दबाव बढता जा रहा है साथ ही लापरवाही की भी खबरे लगातार सामने आ रही है ऐसे में डॉ दर्पण टोके के सामने जिला अस्पताल के मुखिया की जिम्मेदारी संभालना किसी चुनौती के कम नहीं होगी
जिला अस्पताल के नए सिविल सर्जन डॉ दर्पण टोके के सामने होगी यह चुनौती
– 35 करोड का शासन व्दारा जिला अस्पताल भवन बनाया गया है यहां गरीब मरीज इलाज के लिए काफी आस से आता है लेकिन कुछ समय से जिला अस्पताल पर रेफर अस्पताल का दाग लगा हुआ है यानि यहां पर शहर के निजी अस्पताल के दलाल सक्रीय है जो मरीजों व उनके परिजनों को यह डराते है कि जिला अस्पताल में इलाज अच्छा नहीं होगा फलां निजी अस्पताल में अच्छा इलाज होगा
लिहाजा जिला अस्पताल पर लगा रेफर अस्पताल के धब्बे को हटाना
सक्रीय दलालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्यवाही करना
जिला अस्पताल में सुबह के समय ओपीडी में मरीजों को देखने के लिए डॉक्टर उपलब्ध रहते है लेकिन शाम के समय ओपीडी में डॉक्टर नदारद रहते है ऐसे में दूर से अपने जेब से खर्च करके पहुंचे मरीजों को इलाज के अभाव में बैरंग लौटना पडता है
– शाम के समय जिला अस्पताल में ओपीडी में डॉक्टरों की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित होना
– अस्पताल के मेडिकल वार्ड व सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीजों को छुट्टी देना का अधिकार एमडी व एमएस सर्जन डॉक्टर्स का होता है लेकिन शिकायत यह मिल रही है कि जूनियर आयुष डॉक्टर भर्ती मरीजों को छुट्टी देने का काम कर रहे है इस प्रवृत्ति पर रोक लगाना
– जिला अस्पताल में साफ सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाना
burhanpurnews डॉक्टर दर्पण टोके बने बुरहानपुर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन
burhanpurnews डॉक्टर दर्पण टोके बने बुरहानपुर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन
burhanpurnews बुरहानपुर ( हेल्थ रिपोर्टर) मप्र स्वास्थ्य विभाग mphealthdepartment ने रविवार को अपनी बडी प्रशासनिक सर्जरी की है जिसके तहत बुरहानपुर जिला अस्पताल burhanpurdisthospital के सिविल सर्जन सह अधीक्षक civilsurgeon की जिम्मेदारी जिला अस्पताल में पदस्थ dr darpantonke डॉ दर्पण टोके को सौंपी है जबकि पूर्व में रहे सिविल सर्जन डॉ प्रदीप मोजेस के बीएमओ शाहपुर बनाया गया है
पिछले कुछ दिनों से 35 करोड के बने जिला अस्पताल भवन में मरीजों का दबाव बढता जा रहा है साथ ही लापरवाही की भी खबरे लगातार सामने आ रही है ऐसे में डॉ दर्पण टोके के सामने जिला अस्पताल के मुखिया की जिम्मेदारी संभालना किसी चुनौती के कम नहीं होगी
जिला अस्पताल के नए सिविल सर्जन डॉ दर्पण टोके के सामने होगी यह चुनौती
– 35 करोड का शासन व्दारा जिला अस्पताल भवन बनाया गया है यहां गरीब मरीज इलाज के लिए काफी आस से आता है लेकिन कुछ समय से जिला अस्पताल पर रेफर अस्पताल का दाग लगा हुआ है यानि यहां पर शहर के निजी अस्पताल के दलाल सक्रीय है जो मरीजों व उनके परिजनों को यह डराते है कि जिला अस्पताल में इलाज अच्छा नहीं होगा फलां निजी अस्पताल में अच्छा इलाज होगा
लिहाजा जिला अस्पताल पर लगा रेफर अस्पताल के धब्बे को हटाना
सक्रीय दलालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्यवाही करना
जिला अस्पताल में सुबह के समय ओपीडी में मरीजों को देखने के लिए डॉक्टर उपलब्ध रहते है लेकिन शाम के समय ओपीडी में डॉक्टर नदारद रहते है ऐसे में दूर से अपने जेब से खर्च करके पहुंचे मरीजों को इलाज के अभाव में बैरंग लौटना पडता है
– शाम के समय जिला अस्पताल में ओपीडी में डॉक्टरों की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित होना
– अस्पताल के मेडिकल वार्ड व सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीजों को छुट्टी देना का अधिकार एमडी व एमएस सर्जन डॉक्टर्स का होता है लेकिन शिकायत यह मिल रही है कि जूनियर आयुष डॉक्टर भर्ती मरीजों को छुट्टी देने का काम कर रहे है इस प्रवृत्ति पर रोक लगाना
– जिला अस्पताल में साफ सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाना
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burhanpurnews डॉक्टर दर्पण टोके बने बुरहानपुर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन
burhanpurnews बुरहानपुर ( हेल्थ रिपोर्टर) मप्र स्वास्थ्य विभाग mphealthdepartment ने रविवार को अपनी बडी प्रशासनिक सर्जरी की है जिसके तहत बुरहानपुर जिला अस्पताल burhanpurdisthospital के सिविल सर्जन सह अधीक्षक civilsurgeon की जिम्मेदारी जिला अस्पताल में पदस्थ dr darpantonke डॉ दर्पण टोके को सौंपी है जबकि पूर्व में रहे सिविल सर्जन डॉ प्रदीप मोजेस के बीएमओ शाहपुर बनाया गया है
पिछले कुछ दिनों से 35 करोड के बने जिला अस्पताल भवन में मरीजों का दबाव बढता जा रहा है साथ ही लापरवाही की भी खबरे लगातार सामने आ रही है ऐसे में डॉ दर्पण टोके के सामने जिला अस्पताल के मुखिया की जिम्मेदारी संभालना किसी चुनौती के कम नहीं होगी
जिला अस्पताल के नए सिविल सर्जन डॉ दर्पण टोके के सामने होगी यह चुनौती
– 35 करोड का शासन व्दारा जिला अस्पताल भवन बनाया गया है यहां गरीब मरीज इलाज के लिए काफी आस से आता है लेकिन कुछ समय से जिला अस्पताल पर रेफर अस्पताल का दाग लगा हुआ है यानि यहां पर शहर के निजी अस्पताल के दलाल सक्रीय है जो मरीजों व उनके परिजनों को यह डराते है कि जिला अस्पताल में इलाज अच्छा नहीं होगा फलां निजी अस्पताल में अच्छा इलाज होगा
लिहाजा जिला अस्पताल पर लगा रेफर अस्पताल के धब्बे को हटाना
सक्रीय दलालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्यवाही करना
जिला अस्पताल में सुबह के समय ओपीडी में मरीजों को देखने के लिए डॉक्टर उपलब्ध रहते है लेकिन शाम के समय ओपीडी में डॉक्टर नदारद रहते है ऐसे में दूर से अपने जेब से खर्च करके पहुंचे मरीजों को इलाज के अभाव में बैरंग लौटना पडता है
– शाम के समय जिला अस्पताल में ओपीडी में डॉक्टरों की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित होना
– अस्पताल के मेडिकल वार्ड व सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीजों को छुट्टी देना का अधिकार एमडी व एमएस सर्जन डॉक्टर्स का होता है लेकिन शिकायत यह मिल रही है कि जूनियर आयुष डॉक्टर भर्ती मरीजों को छुट्टी देने का काम कर रहे है इस प्रवृत्ति पर रोक लगाना
– जिला अस्पताल में साफ सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाना
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burhanpurnews बुरहानपुर ( हेल्थ रिपोर्टर) मप्र स्वास्थ्य विभाग mphealthdepartment ने रविवार को अपनी बडी प्रशासनिक सर्जरी की है जिसके तहत बुरहानपुर जिला अस्पताल burhanpurdisthospital के सिविल सर्जन सह अधीक्षक civilsurgeon की जिम्मेदारी जिला अस्पताल में पदस्थ dr darpantonke डॉ दर्पण टोके को सौंपी है जबकि पूर्व में रहे सिविल सर्जन डॉ प्रदीप मोजेस के बीएमओ शाहपुर बनाया गया है
पिछले कुछ दिनों से 35 करोड के बने जिला अस्पताल भवन में मरीजों का दबाव बढता जा रहा है साथ ही लापरवाही की भी खबरे लगातार सामने आ रही है ऐसे में डॉ दर्पण टोके के सामने जिला अस्पताल के मुखिया की जिम्मेदारी संभालना किसी चुनौती के कम नहीं होगी
जिला अस्पताल के नए सिविल सर्जन डॉ दर्पण टोके के सामने होगी यह चुनौती
– 35 करोड का शासन व्दारा जिला अस्पताल भवन बनाया गया है यहां गरीब मरीज इलाज के लिए काफी आस से आता है लेकिन कुछ समय से जिला अस्पताल पर रेफर अस्पताल का दाग लगा हुआ है यानि यहां पर शहर के निजी अस्पताल के दलाल सक्रीय है जो मरीजों व उनके परिजनों को यह डराते है कि जिला अस्पताल में इलाज अच्छा नहीं होगा फलां निजी अस्पताल में अच्छा इलाज होगा
लिहाजा जिला अस्पताल पर लगा रेफर अस्पताल के धब्बे को हटाना
सक्रीय दलालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्यवाही करना
जिला अस्पताल में सुबह के समय ओपीडी में मरीजों को देखने के लिए डॉक्टर उपलब्ध रहते है लेकिन शाम के समय ओपीडी में डॉक्टर नदारद रहते है ऐसे में दूर से अपने जेब से खर्च करके पहुंचे मरीजों को इलाज के अभाव में बैरंग लौटना पडता है
– शाम के समय जिला अस्पताल में ओपीडी में डॉक्टरों की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित होना
– अस्पताल के मेडिकल वार्ड व सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीजों को छुट्टी देना का अधिकार एमडी व एमएस सर्जन डॉक्टर्स का होता है लेकिन शिकायत यह मिल रही है कि जूनियर आयुष डॉक्टर भर्ती मरीजों को छुट्टी देने का काम कर रहे है इस प्रवृत्ति पर रोक लगाना
– जिला अस्पताल में साफ सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाना