Mountain Manबुरहानपुर 78वें स्वतंत्रता दिवस पर Himachal Pradesh हिमाचल प्रदेश की सबसे ऊंची पहाडी यूनम जिसकी ऊंचाई 6150 मीटर है 11 पर्वतारोही दल ने इस ऊंची पहाडी पर राष्ट्रध्वज तिरंगा फहराने की टास्क लेकर अपनी चढाई शुरू की इस दल में अकेले मप्र के बुरहानपुर Burhanpur के निवासी युवक Yogesh surajiya योगेश सुरजिया भी शामिल रहे योगेश ने बताया इस पहाडी पर माइनस 5 डिग्री तापमान होने और पूरा पहाडी इलाक सूखा होने के कारण दल के केवल 4 सदस्य ही इस ऊंची पहाडी पर पहुंच सके और हमने राष्ट्र ध्वज तिरंगा फहरा कर काफी गर्व महसूस किया हमारे अन्य साथियों ने हिम्मत हार गए लेकिन उन साथियों की हौसला अफजाई के कारण हम चार सदस्य हमारे लक्ष्य तक पहुंच पाए
ऊंची पहाडी पर चढाई आसान नहीं
पर्वतारोही योगेश ने बताया इस ऊंची पहाडी पर चढ कोई आसान टास्क नहीं है हमारे दल में अलग अलग राज्य के 11 सदस्य शामिल थे जब हमने चढाई शुरू की तो पहाडी सूखी थी बर्फ नहीं होने से नमी नही थी ऊंचाई पर ऑक्सीजन लेवल काफी कम होता है पानी की भी कमी होती है इस परिस्थिति में चढाई करना काफी मुश्किल हो रहा था हमारे अन्य साथी हिम्मत हार गए लेकिन उनकी हौसला अफजाई के कारण हम 4 सदस्य ही इस उंची पहाडी पर पहुंच पाए और हमने राष्ट्रध्वज तिरंगा फहराया माउंटेन मैन बने योगेश ने मप्र के साथ साथ बुरहानपुर का नाम भी रोशन किया है योगेश ने बताते है पहाड पर चढाई के लिए बॉडी को उसके जलवायु के अनुसार तैयार करना पडता है हम रात 10 बजे चढाई शुरू करते जो सुबह 10 बजे तक जारी रहती थी उसके बाद कैंप लगाकर स्टे करते चार घंटे से अधिक नींद नहीं लेते थे साथ में 15 किलो का वजन रहता है। इसमें टेंट, ट्रिपिंग बैग, खाने पीने का सामान, कपड़े, भोजन, ऑक्सीजन रहता है। चोटी पर पहुंचने के बाद महज 1 घंटा यहां बिताया। क्योंकि ज्यादा समय यहां नहीं रह सकते। मौसम खराब रहा तो दस मिनट में ही उतरना पड़ता है। यूनम पहाडी की ऊंचाई पर तिरंगा फहराने के बाद हमने यहां एक घंटा बिताया और उतर गए हमें उतरने में तीन दिन का समय लगा
योगेश ने बताया उन्होने यह चौथी बार किसी पहाडी पर चढाई की है इससे पहले माउंट फ्रैंडशिप पीक विजय कर चुके है फिर 18 हजार फीट पर शेटीधार तक पहुंचकर तिरंगा लहराया अब हिमाचल प्रदेश के माउंट यूनम पर गए उन्होने बताया 2016 में मनाली जाने पर ट्रैकिंग पर गए थे यहां से पहाड पर चढने की रूचि लगी 2019 में अटल बिहारी वाजपायी माउंटीनियरिंग इस्टीट्यूट से पहाडी पर चढाई की बारिकिया और गुर सीखे है
योगेश का अगला लक्ष्य अब माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराना है, जिसके लिए वे तैयारी कर रहे हैं।