– विधायक अर्चना चिटनीस महापौर माधुरी अतुल पटेल ने सीएम से भेंट कर बताई जलावर्धन योजना की वर्तमान स्थिति
– सीएम मोहन यादव से हस्तक्षेप कर जल्द से जल्द पूर्ण कराने व शहर की जनता को राहत दिलाने का किया अनुरोध
Burhanpur News in Hindiबुरहानपुर बुरहानपुर में पिछले सात साल से शुरू हुई शुध्द पेयजल की जलावर्धन योजना की ठेकेदार कंपनी व्दारा कार्य में लेतलतीफी के चलते शहर में सडको का निर्माण नहीं हो पा रहा है शहर की सडको में गड्ढो से आम जनमानस को हो रही परेशानी व विपक्षी दल कांग्रेस के आंदोलन से सत्ता पक्ष बीजेपी की महापौर व विधायक अर्चना चिटनीस के लिए सिरदर्द बन गई है
इसी समस्या के समाधान को लेकर विधायक अर्चना चिटनीस महापौर माधुरी अतुल पटेल ने भोपाल पहुंचकर सीएम डॉ मोहन यादव से मुलाकात की और उन्हें जलावर्धन योजना की वर्तमान स्थिति और इससे नागरिकों को हो रही परेशानी की जानकारी दी दोनो जनप्रतिनिधियों ने सीएम मोहन यादव से योजना को शीघ्र पूर्ण कराने के लिए अफसरों को निर्देशित करने का अनुरोध किया सीएम मोहन यादव ने अफसरों को तत्काल योजना को पूर्ण करने के निर्देश दिए इस पर संबंधित अफसरों ने गुरुवार को विधायक अर्चना चिटनिस, महापौर माधुरी अतुल पटेल की उपस्थिति में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग हुई, जिसमें कार्य पूर्ण करने हेतु चर्चा की गई और जवाबदारी और समय-सीमा निर्धारित की गई।
विधायक अर्चना चिटनिस ने मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव से जलावर्धन योजना को पूर्ण करने के लिए विशेष हस्ताक्षेप और मार्गदर्शन के लिए अनुरोध किया, ताकि बुरहानपुर की जनता को लंबे समय से हो रही परेशानियों से जल्द से जल्द निजात मिल सके। विधायक चिटनिस ने मुख्यमंत्री श्री यादव से जलावर्धन योजना को शीघ्र पूर्ण कराकर इसके लोकार्पण और सीवरेज योजना अमृत 2.0 के भूमिपूजन हेतु शीघ्र बुरहानपुर आकर जनता को सौगात देने का अनुरोध भी किया।
विधायक अर्चना चिटनिस ने भेंट के दौरान सीवरेज योजना और ताप्ती नदी में मिलने वाले 19 नालों के गंदे पानी के उपचार हेतु 110.52 करोड़ की स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि योजनांतर्गत शहर के ताप्ती नदी में मिलने वाले 19 नालों के पानी का उपचार भी किया जाएगा, जिससे ताप्ती नदी दूषित नहीं होगी। बुरहानपुर नगर पवित्र ताप्ती नदी के किनारे स्थित है और वर्तमान में शहर के 19 नालों का पानी बिना किसी ट्रीटमेंट के सीधे ताप्ती नदी में मिलकर पानी को प्रदूषित कर रहे हैं। जो मन में काफी पीड़ादायक है और दिल पर बोझ था। उक्त अहम स्वीकृति के बाद ताप्ती नदी में मिलने वाले 19 नालों के दूषित पानी का उपचार कर नदी को प्रदूषित होने से मुक्ति दिला सकेंगे।