MLA In Waitingबुरहानपुर। मिशन 2023 विधानसभा चुनाव को अब कुछ ही दिन शेष है भारत निर्वाचन आयोग ने जिला प्रशासन के माध्यम से जबकि सभी राजनैतिक दलों ने भी अपनी अपनी तैयारिया शुरू कर दी है अब जनता यानी मतदाता भी धीरे धीरे सही अपने अगले नुमाईंदे को चुनने को लेकर विचार मंथन शुरू कर रहा है अभी किसी भी राजनैतिक दल ने अपना प्रत्याशी फायनल नहीं किया है लेकिन संभावित प्रत्याशियो का हम आपको परिचय प्रस्तुत कर रहे है ताकि आपको आने वाले विधानसभा चुनाव में अपना जनप्रतिनिधी चुनने में आसानी हो
महिलाओ के लिए राजनीति का रोल मॉडल – अर्चना चिटनीस
Burhanpur Vidhansabha 180 से बीजेपी से पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस का नाम प्रावीण्य सूची में चल रहा है फिलहाल Bjp ने अपना प्रत्याशी की अधिकृत घोषणा नहीं की है लेकिन हम Archna chitniss जिन्हे प्यार से सब दीदी कहते है उनका एक परिचय आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहे है
20 अप्रैल 1964 को जन्मी अर्चना चिटनीस दीदी ने Msc प्राणी शास्त्र व बीएड तक शिक्षा हासिल की है उनके स्वर्गीय पिता बृजमोहन मिश्रा जनसंघ से लेकर बीजेपी में सक्रीय राजनीति में रहते हुए मप्र विधानसभा के अध्यक्ष रहे है उनके पति स्वर्गीय समीर चिटनीस Indore नगर निगम में 3 बार पार्षद निर्वाचित होकर Indore Nagar Nigam में MIC सदस्य रहे है उनके मामा ससुर स्वर्गीय राजेद्र धारकरजी मप्र शासन में पूर्व मंत्री रहे व बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे है
बात अगर अर्चना चिटनीस दीदी की रूचि की करें तो उन्हें साहित्य दर्शन और इतिहास के अध्ययन और लेखन में काफी रूचि है इसके अलावा जल संरक्षण व जल पुनर्भरण, कृषि, पशुपालन, समाजसेवा, वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण, पोषण संस्कृति ग्राम विकास में उनकी विशेष रूचि है
अर्चना चिटनीस दीदी के अगर सियासी सफर की बात करें कॉलेज छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में छात्रा प्रमुख रहकर वर्ष 1984 में छात्र राजनीति में प्रवेश किया देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की UR पद पर रही शिक्षा पूरी करने के बाद भारतीय जनता पार्टी की सक्रीय सदस्य रहते हुए विभिन्न दायित्वों को निभाया जिनमें प्रमुख रूप से इंदौर नगर भाजपा महिला मोर्चा में नगर मंत्री, महिला मोर्चा में प्रदेश उपाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की प्रदेश संयोजक, भाजपा राष्ट्रीय महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कोषाध्क्ष जैसे महत्वपूर्ण पदो को सफलता पूर्वक निर्वाह किया है
अर्चना चिटनीस के निर्वाचन की राजनीति में प्रवेश की बात करें तो 1998 में नेपागनर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडा और मात्र 195 वोटो से चुनाव पराजित हुई इसके बाद वर्ष 2003 में बीजेपी ने दोबारा अर्चना चिटनीस दीदी को नेपानगर सीट से अपना प्रत्याशी बनाया इस बार अर्चना चिटनीस दीदी 24000 वोटो से विजयी हुई नेपानगर सीट के एसटी वर्ग के लिए आरक्षित होने पर अर्चना चिटनीस ने अपना विधानसभा क्षेत्र परिवर्तित करते हुए वर्ष 2008 में बुरहानपुर विधानसभा सीट से चुनाव लडा और 33000 वोटों से विजय हासिल की
इसके बाद 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने फिर बुरहानपुर सीट से अर्चना चिटनिस पर ही विश्वास जताते हुए उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया और अर्चना चिटनीस दीदी इस बार 21000 वोटो से विजयी हुई 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर अर्चना चिटनीस को बुरहानपुर सीट से अपना प्रत्याशी बनाया लेकिन इस बार अर्चना चिटनीस महज 5120 वोटो से पराजित हो गई
बात अगर अर्चना चिटनीस दीदी की सरकार में भागीदारी की बात करें वर्ष 2004-05 की बीजेपी नेतृत्व की बीजेपी सरकार में अर्चना चिटनीस दीदी महिला बाल विकास सामाजिक न्याय, उच्च शिक्षा तकनीकी शिक्षा, पशुपालन एवं गौसंवर्धन मंत्री के रूप में अपनी सेवाए दी इसी प्रकार 2008-09 की सरकार में स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा तकनीकी शिक्षा मंत्री के रूप में अपनी सेवाए दी इसके बाद 2016 में सरकार में महिला बाल विकास विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग के मंत्री के रूप में अपनी सेवाए दी
अर्चना चिटनीस दीदी के मंत्री रहते नवाचारों व योजनाओ पर नजर डाले तो गांव की बेटी योजना, प्रतिभा किरण योजना, आंगनवाडी कार्यकर्ता व सहायिकाओं के लिए बीमा योजना, लाडली लक्ष्मी योजना का क्रियान्वयन कराया महिलाओं व किशोरियों मे स्थानीय फल, सब्जी व खाद्य सामाग्री के समुचित उपयोग से खून की कमि की समस्या को समाप्त करने के लिए लालिमा अभियान की शुरूआत कराई
पशुपालन मंत्री रहते हुए 2005 में प्रदेश में नंदी शाला योजना की शुरूआत कराई माननीय उच्चतम न्यायालय में स्वंय उपस्थित होकर मप्र शासन की ओर से गौ वंश हत्या व परिवहन पर अपना पक्ष रखा फलस्वरूप सुप्रीम कोर्ट से गौ हत्या पर दंड हेतु निर्णय पारित हुआ
स्कूल शिक्षा मंत्री रहते हुए मप्र में शिक्षा का अधिकार कानून अंतर्गत निजी शालाओं में प्रवेशित कक्षाओं की सीट पर शुल्क का भुगतान राज्य सरकार करने वाला मप्र देश का पहला राज्य है उनके कार्यकाल में महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान की स्थापना शालाओं में प्रतिभा पर्व, कर्तव्य पर्व, वन संस्कार, जैसे नवाचारों का क्रियान्वयन कराया गया स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर सरकारी स्कूल व कॉलेजों में सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन बोर्ड परीक्षाओं के दौरान छात्रों को होने वाले मानसिक तनाव एवं अवसाद से बचाने के लिए काउंसलिंग के लिए हेल्पलाईन की शुरूआत कराई
ताप्ती नदी पर मेगा रिचार्ज स्कीम को दीर्घकाल के सघन प्रयासो से मप्र व महाराष्ट्र सरकारों से सैध्दांतिक स्वीकृति दिलाकर केंद्र सरकार से योजना की स्वीकृति और क्रियान्वयन प्रारंभ कराया
अर्चना चिटनीस दीदी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिनिधित्व कर चुकी है भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय व्दारा वर्ष 2011-12 में कम्युनिटी कॉलेज के नियम निर्धारण तथा अध्ययन हेतु संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय दल का नेतृत्व कर चुकी है
इससे पहले वर्ष 1998 में कॉमनवेल्थ नेशन फॉर इन्वायरमेंट एंड सस्टेनेबल डेव्हलमेंट सिंगापुर में भारत का प्रतिनिधित्व किया
इसी तरह भारतीय जनता पार्टी ने अर्चना चिटनीस दीदी को समय समय पर प्रादेशिक से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर अलग अलग जिम्मेदारिया दी जिसे अर्चना चिटनीस दीदी ने पूरी जिम्मेदारी से निभाया आईए एक सरसरी नजर डालते है उनकी पार्टी से मिली जिम्मेदारियों पर
भारतीय जनता युवा मोर्चा में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष, केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के अभियान के लिए जि्म्मेदारी दी जाती रही है
उम्मीद है बीजेपी अगर अर्चना चिटनीस को बुरहानपुर सीट से अपना प्रत्याशी बनाती है तो आप जनता यानी मतदाता को उन्हे अपना जनप्रतिनिधी चुनने में यह परिचय आपके लिए मददगार होगा