Burhanpur Mandi Newsबुरहानपुर (मंडी संवाददाता) – रेणुका रोड स्थित कृषि उपज मंडी अनाज प्रांगण में लंबे समय से फैली अव्यवस्थाओं और असुविधाओं ने किसानों को मुश्किलों में डाल रखा है। मंडी में आवश्यक सुविधाओं की कमी और व्यवस्था की अनदेखी की समस्या को स्थानीय मीडिया के माध्यम से कई बार उजागर किया गया, लेकिन मंडी के पदस्थ अफसर और कर्मचारी इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे थे।
रबी सीजन की शुरुआत से पहले, इन समस्याओं को कलेक्टर भव्या मित्तल के संज्ञान में लाया गया। कलेक्टर मित्तल ने इसे गंभीरता से लेते हुए समस्याओं को हल करने का आश्वासन दिया और उनकी निगरानी के लिए डिप्टी कलेक्टर राजेश पाटीदार को जिम्मेदारी सौंपी। बावजूद इसके, मंडी के जिम्मेदार कर्मचारियों द्वारा लापरवाही और कामचोरी का सिलसिला जारी है।
दीनदयाल चलित भोजनालय के समक्ष अव्यवस्था
गुरुवार को कृषक भोजनालय के बंद होने पर कलेक्टर भव्या मित्तल ने किसानों और हम्मालों के भोजन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में दीनदयाल चलित भोजनालय वैन की व्यवस्था की। लेकिन मंडी के कर्मचारियों की लापरवाही का ताजा उदाहरण तब सामने आया, जब भोजनालय के सामने अन्नादूत योजना के वाहन पार्क कर दिए गए। कर्मचारियों ने इन वाहनों को हटाने या अन्य स्थान पर पार्क करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया, जिससे भोजन के लिए पहुंचे किसानों और हम्मालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सुरक्षा की अनदेखी, टूटा गेट बना खतरा
कृषक भोजनालय के पास स्थित दफ्तर के गेट पर मंडी का एक टूटा हुआ लोहे का गेट पड़ा है। इस समय मंडी में सोयाबीन खरीदी का पंजीयन कार्य चल रहा है, जिसके चलते किसानों का यहां लगातार आना-जाना हो रहा है। इस टूटे हुए गेट से चोट लगने का खतरा बना हुआ है। इसे हटाकर किसी सुरक्षित स्थान पर रखने की आवश्यकता है, लेकिन मंडी के कर्मचारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
हरियाली बनी खतरा, सांप निकलने की शिकायतें
मंडी क्षेत्र में हरियाली और झाड़ियां भी अत्यधिक बढ़ चुकी हैं, जिससे अब सांप निकलने लगे हैं। किसानों ने मांग की है कि मंडी के दफ्तरों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों के आसपास की हरियाली को जल्द साफ कराया जाए ताकि किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
सरकार द्वारा मंडी कर्मचारियों को अच्छी-खासी तनख्वाह दी जा रही है, लेकिन वे अपने कार्यों में लापरवाही बरत रहे हैं। किसानों की मांग है कि मंडी की इन असुविधाओं और अव्यवस्थाओं को जल्द से जल्द ठीक किया जाए ताकि उन्हें राहत मिल सके।