Weather Based Crop Insurance Scheme For Farmers: पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के केंद्रीय कृषि मंत्री बनने पर केला उत्पादक किसानों को यह उम्मीद बंधी है कि अब जल्द ही महाराष्ट्र की तर्ज पर उन्हें मौसम आधारित फसल बीमा योजना का लाभ मिलेगा किसानों ने अपनी बात जनप्रतिनिधियों और जनप्रतिनिधियों के व्दारा केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंचने पर मीडिया का धन्यवाद दिया है
MP NEWS :मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(Shivraj Singh Chouhan) हाल ही में केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री बनाए गए है ऐसे में बुरहानपुर के केला किसानों को यह उम्मीद बंधी है कि उन्हें भी अब पडोसी राज्य महाराष्ट्र(Maharashtra) की तर्ज पर मौसम आधारित फसल बीमा योजना का लाभ मिलेगा केला उत्पादक किसानों(Banana Farmers) की इस मंशा को मीडिया ने जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाई और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस समस्या को सीधे केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंचाई किसानों ने मीडिया(Press & Media) का धन्यवाद ज्ञापित किया
बुरहानपुर के केला किसानों को आस
मप्र में बुरहानपुर जिले में सबसे अधिक करीब 20 हजार हेक्टयर रकबे में केले की फसल लगाई जाती है पिछले पांच साल से प्राकृतिक आपदा के कारण केला उत्पादक किसानों की करोडो की फसल तबाह हो रही है शासन से मिलने वाला मुआवजा ऊंट के मुंह में जीरे के समान था लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन केला किसानों का दर्ज समझा और आज दो लाख रूपए हेक्टयर के हिसाब से केला उत्पादक किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है अबजबकि तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान 18वीं लोकसभा में सांसद निर्वाचित होकर मोदी सरकार में केंद्रीय कृषि मंत्री बनाए गए है ऐसे में बुरहानपुर जिले के केला उत्पादक किसानों को यह उम्मीद जगी कि अब महाराष्ट्र की तर्ज पर मौसम आधारित फसल बीमा योजना लागू हो जाएंगी मीडिया ने केला किसानों की इस भावना को स्थानीय जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाई और जनप्रतिनिधियों ने दिल्ली पहुंचकर किसान की फरियाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंचाई किसानों ने मीडिया को इसके लिए धन्यवाद दिया
इस लिए किसानों ने मीडिया को कहा धन्यवाद
बुरहानपुर जिले के केला उत्पादक किसानों की महाराष्ट्र की तर्ज पर मौसम आधारित बीमा योजना लागू करने की मांग को प्रमुखता से प्रसारित किया स्थानीय जनप्रतिनिधियों तक किसानों की फरियाद पहुंचाई जिसके परिणाम स्वरूप दिल्ली प्रवास के दौरान बुरहानपुर विधायक व पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की बुरहानपुर के केला उत्पादक किसानों सहित पूरे प्रदेश के उद्यानिकी फसल उत्पादित करने वाले किसानों के लिए मौसम आधारित फसल बीमा योजना लागू करने की मांग रखी जिसे जल्द पूरा करने का केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आश्वासन दिया
मुलाकात के दौरान विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि वर्ष 2019-20 से आज दिनांक तक उद्यानिकी फसलों को फसल बीमा योजनांतर्गत सम्मिलित नहीं किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में केला फसल के अंतर्गत लगभग 50 हजार हेक्टेयर रकबा है। विगत वर्षों में केला फसल का बीमा न होने के कारण तथा मौसम के उतार-चढ़ाव के कारण केला फसल की उत्पादकता में कमी प्रतिलक्षित हुई है तथा फसल उपज कम होने के कारण कृषकों को आर्थिक छति उठानी पड़ रही है, जबकि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में केला फसल में मौसम आधारित फसल बीमा लागू है। जिसका महाराष्ट्र के कृषकों द्वारा लाभ लिया जा रहा है। जो कि मध्यप्रदेश के कृषकों के लिए बड़ी विसंगति है। वर्तमान में मध्यप्रदेश में विंड मेनुवल 2023 के तहत तहसील स्तर पर ऑटो मैजिक वैदर स्टेशन एडब्ल्यूएस स्थापना प्रक्रियाधीन है। एडब्ल्यूएस स्थापना होने तक वर्ष 2024-25 एवं वर्ष 2025-26 में वर्ष 2019-20 के दिशा-निर्देश अनुसार ही मौसम आधारित फसल बीमा योजना का क्रियान्वयन किए जाने के निर्देश जारी कर किसानों को लाभान्वित करने की भी मांग रखी।
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि मध्यप्रदेश में लगभग 30 लाख हेक्टेयर में उद्यानिकी फसले होती है। उद्यानिकी फसलों पर जलवायु परिवर्तन का काफी प्रभाव पड़ता है, जिससे उद्यानिकी फसलों की उत्पादकता में काफी गिरावट देखी गई है, इस कारण उद्यानिकी कृषकों द्वारा काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। यह देखते हुए ही शिवराजसिंह चौहान जी के मुख्यमंत्रीत्व कार्यकाल में किसानों की हितैषी भाजपा सरकार द्वारा 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर मुआवजा आरबीसी 6ध्4 के अंतर्गत 2 लाख रूपए प्रति हेक्टेयर निर्धारित किया गया है। श्रीमती चिटनिस ने केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान से सभी तथ्यों के आधार पर अनुरोध किया कि मौसम आधारित फसल बीमा के अंतर्गत केला फसल को कवर किया जाए, जिससे मध्यप्रदेश के केला उत्पादक कृषकों को मौसम आधार फसल का लाभ मिल सके।
विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि 25 एवं 26 मई 2024 को अंघड़, आंधी-तूफान ने जिला बुरहानपुर के किसानों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। आंधी से बनी परिस्थिति से बुरहानपुर के किसानों के हालात चिंताजनक है। जिला प्रषासन से सर्वे कराकर शासन को रिपोर्ट प्रस्तुत की जा चुकी है। अब तक आंधी-तूफान अथवा ओलावृष्टि से 3-4 या 7-8 गांव का आधा-अधूरा रकबा प्रभावित होता देखा गया था। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि मेरी स्मृति में ऐसा पहली बार देख रही हूॅ कि 10 हजार हेक्टेयर की केले की फसल का रकबा प्रभावित हुआ है। प्रति हेक्टेयर 4375 पौधों के मान से औसतन मूल्य 150 रूपए पौधे के मान से आंकलन करें तो जिले में बहुत बड़ी हानि हुई है।