-Mission 2024 विधानसभा चुनाव हारने के बाद शेरा ने की लोकसभा चुनाव लडऩे की घोषणा, चौथी बार मांग रहे टिकट
बुरहानपुर।(Burhanpur) विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के तीन दिन बाद ही लोकसभा की सरगर्मियां शुरू हो हो चुकी है। सबसे बड़ी चांैकाने वाली घोषणा कांग्रेस से(Madhya Pradesh) बुरहानपुर विधानसभा चुनाव हारने वाले ठाकुर सुरेंद्रसिंह ने लोकसभा लडऩे की बात कहकर कर दी है। अगर शेरा लोकसभा चुनावी रण में आते है तो उनके सामने खंडवा लोकसभा मेंं सात विधायक जिताने वाले किंग मेकर सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल का चेलेंज होगा। अगर ऐसा होता है तो ये मुकाबला और दिलचस्प होगा। क्योंकि दोनों ही बुरहानपुर के है। ठाकुर सुरेंद्रङ्क्षसह पूरे विश्वास के साथ कह रहे हैं कि अगर पार्टी टिकट देती है तो जीत पक्की है। उधर ज्ञानेश्वर पाटिल के नेतृत्व में खंडवा लोकसभा चमक उठी है। विधानसभा चुनाव में सांसद पाटिल की लोकसभा में सिर्फ एक ही सीट भीकनगांव भाजपा हारी है, लेकिन यह भी बहुत कम अंतर से हारी है। इसलिए लगभग सभी विधानसभाओं में सांसद की अच्छी-खासी पैठ मानी जा रही है, उधर ठाकुर सुरेंद्रसिंह का कहना है ठाकुर परिवार पूरे खंडवा लोकसभा में अच्छा खासा वर्चस्व रखता है। जननेता ठाकुर शिवकुमारसिंह के समय से ठाकुर परिवार ने अपनी पकड़ खंडवा में रखता है। क्योंकि ठाकुर शिवकुमारसिंह, उनके भाई ठाकुर महेंद्रसिंह भी सांसद रह चुके हैं। इसलिए ठाकुर सुरेंद्रसिंह इस बार लोकसभा में अपनी जीत के दावें कर रहे हैं।
उपलब्धियों के आधार पर बताया जा रहा है कि भाजपा से सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ही लोकसभा प्रत्याशी होंगे। उधर कांग्रेस में लोकसभा टिकट को लेकर खींचतान हो सकती है। क्योंकि हो सकता है कांग्रेस से अरूण यादव भी अपने दावेदारी पेश करें। हालांकि अभी तक उनकी तरफ से ऐसे संकेत नहीं मिले हैं। अरूण यादव खंडवा लोकसभा से एक चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने लोकसभा के कद्दावर नेता स्व. नंदकुमारसिंह चौहान को हराया था, लेकिन इसके बाद वह लगातार दो चुनाव नंदकुमारसिंह चौहान से हार चुके हैं। अगर ठाकुर सुरेंद्रसिंह लोकसभा के मैदान में उतरते हैं तो उनके लिए यह राह आसान नहीं होगी। क्योंकि सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल अपने कार्यकाल के लगभग ढाई साल पूरे कर चुके हैं और इन सालों में उनकी उपलब्धियों की चर्चा लोकसभा में है। ठाकुर सुरेंद्रसिंह का यह पहला लोकसभा चुनाव होगा। वह भी मतदाताओं को साधने के लिए पूरी तरह तैयार नजर आ रहे हैं।
शेरा चौथी बार मांग रहे टिकट
पूर्व विधायक ठाकुर सुरेंद्रङ्क्षसह ने कहा मैं लोकसभा चुनाव लड़ूंगा। यह चौथी बार मैं लोकसभा के लिए पार्टी से टिकट मांग रहा हूं। लोकसभा की पूरी तैयारी है। पिछले उपचुनाव में भी मैंने टिकट की मांग की थी। सुरेंद्रङ्क्षसह का कहना है पिछले कई साल से खंडवा लोकसभा में जनता के साथ जुड़ाव है। शिव भैया और मन्ने भैया के समय से खंडवा लोकसभा में संबंध है। अभी टिकट के संकेत नहीं मिले हैं, लेकिन मेरी पूरी तैयारी है। पूरे लोकसभा के एक-एक गांव में पहुंचुंगा।
इसलिए किंग मेकर बने सांसद पाटिल
खंडवा लोकसभा की बात करें तो सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल किसी भी प्रतिद्वंदी प्रत्याशी के लिए चुनौती होंगे। क्योंकि जो इस बार खंडवा लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा चुनाव में जो हुआ है, वह पहली बार हुआ है। पहली बार खंडवा लोकसभा में सात विधानसभा सीट पर जीत मिली है। इसके अलावा साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से जीतने वाले विधायक कुल 54 हजार मतों से जीते थे। इस बार सात विधायक 1 लाख 54 हजार मतों से जीते हैं। ये आंकड़ा काफी बड़ा है। इससे पहले साल 2020 के उपचुनाव में भी सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल की बड़ी भूमिका रही थी। सांसद बनने से पहले उन्हें नेपानगर उपचुनाव में पूर्व विधायक सुमित्रा कास्डेकर को जिताने की जिम्मेदारी दी गई थी। इसके लिए उन्हें खकनार मंडल का प्रभारी बनाया गया था। खकनार मंडल से उपचुनाव में भाजपा को ज्ञानेश्वर पाटिल के नेतृत्व में अच्छी-खासी बढ़त मिली थी।
बुरहानपुर से जीतने वाले पहले सांसद
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल बुरहानपुर क्षेत्र से जीतने वाले पहले सांसद है। साल 2021 में वह चुनावी मैदान में उतरे। उन्होंने कुल 6 लाख 32 हजार 455 मत लिए। उन्होंने कांग्रेस के राजनाराणसिंह को 82 हजार 140 मत से हराया था। वहीं बुरहानपुर जिले की बुरहानपुर और नेपानगर विधानसभा की जनता ने उन वोटों की बारिश कर दी। इस विधानसभा चुनाव में सांसद पाटिल के नेतृत्व में बागली, मांधाता, खंडवा, पंधाना, नेपानगर, बुरहानपुर, बड़वाह में सराहनीय प्रदर्शन रहा।