Congress newsकागेस आला कमान ने मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी की बहुप्रतिक्षित प्रदेश कार्यकारिणी का ऐलान कर दिया है। नई कार्यकारिणी में 192 नेताओं और कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है, जिसमें बुरहानपुर के प्रमुख नेताओं को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं। बुरहानपुर के पूर्व विधायक हमीद काजी और ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा को टीम में अहम स्थान मिला है, जिससे जिले में उनके प्रभाव और महत्व को बढ़ावा मिला है।
बुरहानपुर से पूर्व विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा का कद बढ़ाकर उन्हें प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी दी गई है। शेरा, जो पहले निर्दलीय विधायक रहे हैं, राहुल गांधी की “भारत जोड़ो यात्रा” के दौरान अपने प्रदर्शन के कारण चर्चा में रहे। उन्हें 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में खड़ा किया गया था, हालांकि चुनाव में उन्हें भारतीय जनता पार्टी की अर्चना चिटनीस से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद, कांग्रेस संगठन ने उनके प्रति अपना विश्वास कायम रखा और उन्हें प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी सौंप दी है।
वहीं, बुरहानपुर के पूर्व विधायक और कांग्रेस के अल्पसंख्यक चेहरा माने जाने वाले हमीद काजी का रुतबा बरकरार रहा है। उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष पद पर पुनः नियुक्त किया गया है। काजी इससे पहले भी कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके हैं और इस बार भी उन्हें इसी पद पर बनाए रखा गया है।
हालांकि, नई कार्यकारिणी में पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी चीफ अरुण यादव के करीबी नेताओं को कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं मिली है। अरुण यादव के निकट माने जाने वाले कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अजय सिंह रघुवंशी, जिन्हें कमलनाथ की अध्यक्षता में प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी दी गई थी,
जीतू पटवारी द्वारा इस नई कार्यकारिणी का गठन कांग्रेस के आगामी चुनावी अभियान के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें सभी क्षेत्रीय नेताओं को संगठनात्मक जिम्मेदारियाँ देकर पार्टी को मजबूत करने की कोशिश की जा रही है।