Burhanpur Election Breaking Newsबुरहानपुर (पॉलिटिकल रिपोर्टर)बुरहानपुर में इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी कांग्रेस दोनों ही दलों पर बागी प्रत्याशियों का खतरा मंडरा रहा है बीजेपी और कांग्रेस का दावा है हमारे वोट बागियों को शिफ्ट नही हो इसको लेकर पूरा प्लान तैयार है जबकि सियासी जानकारों का मानना है दोनो ही दलो के मजबूत बागियों के चुनाव मैदान में उतरने से दोनो ही दलों का वोटर भावनात्मक रूप से बागियों को शिफ्ट होगा जिससे कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही परेशानी बड सकती है
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बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार के विधानसभा चुनाव में दोनों ही प्रमुख दल बीजेपी और कांग्रेस के मजबूत बागी उम्मीदवार मैदान में निर्दलीय के रूप में उतरेंगे इससे दोनों दलों की अपने अपने वोटो को बचाने की सिरदर्दी बढ गई है बीजेपी पूर्व जिला उपाध्यक्ष बलराज नवानी का दावा है केंद्र व राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और हमारे हर बूथ पर तैनात 20 -20 कार्यकर्ता बीजेपी के वोट को शिफ्ट नहीं होने देंगे और बुरहानपुर शहर का मतदाता यह जान चुका है कि वह इस बार किसी निर्दलीय प्रत्याशी को अपना नुमाईंदा नहीं बनाएंगे
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उधर कांग्रेस भी ऊपरी मन से यह कह रही है बागी प्रत्याशी के मैदान में खडे होने से उन्हें कोई फर्क नहीं पडेगा अपने परंपरागत वोटो को शिफ्ट होने से बचाने के लिए कांग्रेस जिलाध्यक्ष रिंकू टांक का कहना है जनता देख लिया है कि बीजेपी के कुशासन से उन्हें कितना नुकसान हुआ है उन्होने उम्मीद जताई पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के 11 वचनों व हमारे वचन पत्र को जनता तक पहुंचाया जाएंगा जिससे इस बार जनता कांग्रेस के पक्ष में वोट करके मप्र मं कांग्रेस की सरकार बनाने में अपना योगदान देंगे
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सियासी मामलो के जानकार सेवा सदन कॉलेज राजनीति शास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ संदीप पगारे के अनुसार बीजेपी कांग्रेस दोनो ही दलों को अपने अपने वोटरो को बागी निर्दलीय उम्मीदवारों को शिफ्ट होने से रोकने का कोई उपाय नहीं है दोनो ही दलों के लिए यह एक बडी चुनौती होगी उनका कहना है वोटरों में भावनात्मक फैक्टर हावी रहेगा विचारधारा वाला फैक्टर हावी नहीं रहेगा अगर विचारधारा वाला फैक्टर हावी होता तो लोग निर्दलीय चुनाव ना तो लडते और ना ही जीतते कुल मिलाकर इस बार का बुरहानपुर का चुनाव काफी कांटे की टक्कर की तरह रहेगा
कांग्रेस बीजेपी के बागी हर्ष – नफीस

सत्ताधारी दल बीजेपी की बात करें तो पूर्व बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान ने पार्टी व्दारा गलत टिकट वितरण से नाराज होकर पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलकर बगावत का ऐलान कर दिया है हर्षवर्धन सिंह चौहान निर्दलीय चुनाव मैंदान में उतर गए है उनको लगातार मिल रहे जनसमर्थन को देखते हुए बीजेपी की सिरदर्दी बढ गई है पार्टी के आला नेता हर्षवर्धन सहित उसका समर्थन कर रहे बीजेपी के नेताओं को मनाने में जुट गए है लेकिन बीजेपी को अभी कोई सफलता हाथ नहीं लगी है उधर कांग्रेस व्दारा अल्पसंख्यक वर्ग को टिकट नहीं देने व शिकायत लेकर भोपाल पीसीसी दफ्तर पहुंचने पर कांग्रेसी पार्षदों व अल्पसंख्यक नेताओं व कार्यकर्ताओं के अपमान से क्षुब्ध होकर कांग्रेस के संगठन मंत्री व पूर्व पार्षद नफीस मंशा खान ने नाराज हो कर एआईएमआईएम ज्वाईन कर ली है कांग्रेस और निर्दलीय विधायक को सबक सिखाने के लिए उन्होने कांग्रेस से बगावत कर एआईएमआईएम से चुनाव लडने का ऐलान कर दिया है इससे कांग्रेस खासकर कांग्रेस प्रत्याशी निर्दलीय विधायक रहे ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा की मुश्किलें बढ सकती है