bjp news : बुरहानपुर (शारिक अख्तर दुररानी) विधानसभा चुनाव समाप्त होने चुनाव में बीजेपी को मिली शानदार जीत के बाद पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटने ही वाली थी कि अचानक प्रदेश बीजेपी ने बुरहानपुर बीजेपी में एक पॉलिटिकल सर्जिकल स्ट्राईक करके अपने कार्यकर्ताओं के साथ साथ जनता को भी चौका दिया है पार्टी ने अचानक प्रदेश में चार जिलाध्यक्षों को बदल दिया इन में बुरहानपुर जिला अध्यक्ष का नाम भी शामिल है पार्टी ने बीेजेपी जिलाध्यक्ष मनोज लधवे से कमान वापस लेकर नए कप्तान के रूप में बीजेपी जिला महामंत्री रहे डॉ मनोज माने को जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी है पार्टी के इस बदलाव से कार्यकर्ता तो हैरान ही साथ ही आम जनता से लेकर राजनीति को करीब से जानने व राजनीति पर नजर रखने वाले भी हैरान है कोई इसे रूटिन प्रक्रिया बता रहा है तो कोई इसे विधानसभा चुनाव के दौरान हुई शिकवे शिकायतो का परिणाम बता रहा है
कौन है मनोज माने
मनोज माने बीजेपी की छात्र इकाई एबीवीपी से सक्रीय रूप से जुडे है पेशे से चिकित्सक और कई सालों से ग्राम जैनाबाद में अपनी सेवाए देते आ रहे मनोज माने लगातार युवा मोर्चा फिर हाल ही में जिला महामंत्री के पद की जिम्मेदारी निभा रहे थे हाल ही में विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें बुरहानपुर विधानसभा प्रभारी का दायित्व का निर्वाहन किया
जिलाध्यक्ष को धृतराष्ट्र का टाईटल देने का मिला पुरस्कार
विधानसभा चुनाव के बाद विकसित भारत संकल्प अभियान की तैयारी को लेकर सांसद कार्यालय में पार्टी की बैठक आहुत की गई थी इस बैठक में विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस के खिलाफ बागी प्रत्याशी हर्षवर्धन सिंह चौहान के समर्थन में काम करने वाले बागी कार्यकर्ता भी शामिल हुए थे जिन्हें देखकर उस समय के जिला महामंत्री मनोज माने आग बबुला हो गए थे और उन्होने बागियों को सार्वजनिक रूप से खरी खोटी सुनाई और उन्हें बैठक से बाहर निकल जाने को कहा जैसे ही बैठक में जिलाध्यक्ष मनोज लधवे आए तो मनोज माने ने उन्हें धृतराष्ट्र की नवाज दिया था यह पूरा हाईप्रोफाईल ड्रामा मीडिया की सुर्खिया भी बनी थी और इसकी रिपोर्ट पार्टी के आला पदाधिकारियों तक भी पहुंची थी इस मामले में पार्टी की काफी किरकिरी हुई थी
दीदी समर्थक माने जा रहे मनोज माने
मनोज माने की बीजेपी जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्ति होने के बाद ऐसी अटकले लगाई जा रही है कि उन्हे यह जिम्मेदारी बुरहानपुर विधानसभा चुनाव में मेहनत के प्रतिफल के रूप में अर्चना दीदी अनुसंशा पर मिली है लिहाजा नवनियुक्त जिलाध्यक्ष मनोज माने को पूर्व मंत्री व विधायक अर्चना चिटनीस का समर्थक माना जा रहा है
सोशल मीडिया में छिडी बहस
जैसे ही मनोज माने की बीजेपी जिलाध्यक्ष पद पर नियुक्ती हुई सोशल मीडिया प्लेटफार्म व्हाट्सअप के विभिन्न ग्रुप में मनोज शब्दों को लेकर गरमा गरम बहस शुरू हो गई कोई यह कह रहा है है कि मनोज माने को यह पद दीदी अर्चना चिटनीस की मेहरबानी से विधानसभा चुनाव में उनके व्दारा की गई मेहनत के कारण मिला तो यह कह रहा है विकसित भारत संकल्प भारत यात्रा की बैठक को लेकर आए बागियों को सार्वजनिक रूप से खरीखोटी सुनाने व पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज लधवे को सार्वजनिक रूप से धृतराष्ट्र कहे जाने के साहस के चलते यह पद मिला वही कुछ सोशल मीडिया में यह बहस गर्म रही कि पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के बागी दिवंगत नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान के समर्थन में साईलैंट मोड में रहकर समर्थन करने की शिकायत के चलते यह बदलाव किया गया है
29 जनवरी को करेंगे पद भार ग्रहण
बीजेपी के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष मनोज माने 29 जनवरी सोमवार को बीजेपी दफ्तर में अपना पदभार ग्रहण करेंगे साधारण कार्यक्रम में आयोजित पदभार ग्रहण में सभी कार्यकर्ताओं व पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया गया है हालांकि बीजेपी के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष मनोज माने पार्टी में किसी तरह की भी गुटबाजी से इंकार कर रहे है उनका कहना है उनकी प्राथमिकता होगी बुथ लेवल पार्टी के कार्यकर्ताओं को सक्रीय कर आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को अधिक से अधिक वोट दिलाना उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी
उपलब्धियो भरा रहा उनका कार्यकाल
बीजेपी जिलाध्यक्ष पद पर मनोज माने की नियुक्ति होने के बाद बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने मीडियाकर्मियो से अनौपचारिक मुलाकात कर व प्रेस में अपना बयान जारी कर अपने कार्यकाल को उपलब्धियो भरा बताया विधानसभा चुनाव में बागी को साईलैंट समर्थन करने की बात को उन्होने सिरे से इंकार करते हुए कहा उनका कार्यकाल पूरा हो गया था उसे पूरा हुए करीब एक साल हो चुका था हमारा कार्यकाल बोनस में चल रहा था आगे भी पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसका ईमानदारी से निर्वहन किया जाएगा
मनोज तारवाला को बताया वनवास काटने वाला
बीजेपी में फिलहाल तीन मनोज के नाम चल रहे है पहला मनोज लधवे दूसरा मनोज
माने और तीसरा नाम मनोज तारवाला है सोशल मीडिया में यह ट्वीट चल रहा है जिसमें मनोज तारवाला को रेखांकित करते हुए कहा गया कि मनोज को वनवास इस पर मनोज तारवाला ने अनौपचारिक चर्चा करते हुए कहा भगवान राम ने भी वनवास काटा उसके बाद उन्हे राज मिला लिहाजा जो वनवास काटता है उसे राज मिलता है अगर मनोज तारवाला के इस बयान पर गौर किया जाए तो ऐसा लगता है वह बीजेपी के आला नेताओं के संपर्क में है और अपनी दोबारा पार्टी में वापसी की पूरी आस लगाए बैठे है इस बीच विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज दिवंगत नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान जिन्होने बीजेपी के खिलाफ बुरहानपुर सीट से चुनाव लडा था पार्टी ने उन्हें प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्काषित कर दिया है
वीडी शर्मा ने लिया एक्शन अब जीतु के एक्शन का इंतजार
सोशल मीडिया में यह भी चर्चा गरम है कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी के जिलाध्यक्ष मनोज लधवे की शिकायत पर पार्टी ने उन्हे जिलाध्यक्ष पद से हटाया इसी तरह कांग्रेस में भी जिलाध्यक्ष रिंकू टाक को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भी नाराज चल रहे थे सूत्रो के अनुसार शेरा भैय्या ने इसकी शिकायत प्रदेश कांग्रेस संगठन से की है लेकिन इस बात की शेरा भैय्या की तरफ से पुष्टि नहीं हुई है लेकिन जैसे ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कमान जीतू पटवारी को मिली तो ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि जीतू पटवारी भी प्रदेश के कई जिलों के साथ साथ बुरहानपुर के जिलाध्यक्ष पद पर भी बदलाव करेंगे अब ऐसे कयास लगाए जा रहे है बीजेपी के बाद कांग्रेस भी अपने संगठन में बदलाव लोकसभा चुनाव के पहले कर सकती है