Mp Election 2023 बुरहानपुर (पॉलिटिकल रिपोर्टर)बुरहानपुर सीट से विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस का चेहरा कौन होगा इसको लेकर जनता में यह जानने की बेचैनी बढ गई है कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही प्रमुख दलों में दावेदारों की लंबी लिस्ट है और सभी मजबूत दावेदार है ऐसे में दोनों ही दलों को प्रत्याशी चुनने में पसीने छूट रहे है – पेश है एक रिपोर्ट
मिशन 2023 विधानसभा चुनाव का समय बिल्कुल करीब आता जा रहा है बुरहानपुर के मतदाता भी अब यह जानने के लिए बेचैन होने लगे है आखिर बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलो से कौन उम्मीदवार बनेगा कांग्रेस में ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या पूर्व जिलाध्यक्ष अजय सिंह रघुवंशी सहित आधा दर्जन नामों की लिस्ट है कांग्रेस का कहना है हमारी पार्टी का हर कार्यकर्ता दावेदार है लेकिन पार्टी जिसको भी अपना टिकट देंगी सब मिलकर उसे चुनाव जीताएंगे कमलनाथ जी को दोबारा मप्र का मुख्यमंत्री बनाएंगे कांग्रेस के जिला प्रवक्ता निखिल खंडेलवाल ने संभावित दावेदारों के नाम गिनाए लेकिन जैसे ही निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या के बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होने किनारा करते हुए कहा फिलहाल ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा निर्दलीय विधायक है और कांग्रेस की पृष्ठभूमि से है लेकिन अभी तक उन्होने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता नहीं ली है
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उधर बीजेपी जिलाध्यक्ष मनोज लधवे का भी कहना है पार्टी में टिकट के लिए आवेदन देने की कोई प्रक्रिया नहीं है पार्टी ही कार्यकर्ता की जिम्मेदारी तय करती है पार्टी ने सर्वे कराया है सर्वे के आधार पर पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, पूर्व सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन चौहान, पूर्व नगर निगम अध्यक्ष मनोज तारवाला पूर्व जिलाध्यक्ष विजय गुप्ता, दिलीप श्रॉफ आदि ने चुनाव लडने की इच्छा जाहिर की है अब पार्टी जिसे उपयुक्त समझेगी उसे टिकट दिया जाएगा टिकट किसे भी मिले सभी कार्यकर्ता बीजेपी को जीत दिलाएंगे दूसरी सूची में बीजेपी के दिग्गजो केंद्रीय मंत्रियों व सांसदों को चुनाव मैदान में उतारे जाने पर क्या बुरहानपुर से पार्टी सांसद ज्ञानेश्वर पाटील को चुनाव मैदान में उतार सकती है इस सवाल पर उन्होने कहा अगर पार्टी की लगता है कि बुरहानपुर से सांसद ज्ञानेश्वर पाटील बेहतर उम्मीदवार हो सकते है तो उन्हें भी विधानसभा चुनाव लडाया जा सकता है
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सियासी जानकार डॉ संदीप पगारे के अनुसार कांग्रेस चाहती है प्रदेश में उसकी सरकार बने और बीजेपी अपनी सरकार बचाना चाहती है ऐसे में सरकार बचाने के लिए बीजेपी जीताउ उम्मीवार को मैदान में उतारना चाहती है कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाते हुए सरकार बनाने की तैयारी कर रही है यह ही कारण है दोनों ही पार्टियों को उम्मीदवार चुनने में पसीने छूट रहे है बीजेपी में एक ही दावेदार हुआ करता था वह थी अर्चना चिटनीस लेकिन इस बार इतने दावेदार हो गए है कि पार्टी खूद मंथन कर रही है कि किसे टिकट दिया जाए कांग्रेस में तो दावेदारों की अधिक संख्या होने की पूरानी परंपरा है लेकिन कांग्रेस सबसे बेहतर को चुनना चाह रही है कुल मिलाकर दोनों ही पार्टी जीताउ उम्मीदवार की तलाश कर रही है लेकिन इस बार दोनो ही पार्टी काफी जोखिम के दौर से गुजर रही है
कुल मिलाकर जनता को दोनो ही पार्टी के उम्मीदवारों के नामों का बेसब्री से इंतजार है अब देखना यह दिलचस्प होगा कि कौन से पार्टी अपने उम्मीदवार का नाम घोषित करने में बाजी मारती है