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Saturday, April 26, 2025
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Next Mla Burhanpur कौन बनेगा बुरहानपुर का अगला विधायक हर तरफ यह ही चर्चा

Next Mla Burhanpur बुरहानपुर (शारिक अख्तर दुररानी) 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के मतदान संपन्न हुए 76 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया लगभग 2 लाख 45 हजार मतदाताओं ने अपना विधायक चुनने के लिए वोट किया अब हर चौराहे गली गली मोहल्ले मोहल्ले और सामाजिक व शादी ब्याह के आयोजनों में एक ही चर्चा है कि आखिर कौन बनेगा बुरहानपुर का अगला विधायक जनता की इसी जिज्ञासा को शांत करने के लिए हमने चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे चारो प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों व शहर के राजनैतिक विशलेषकों व बुध्दिजीवी वर्ग से चर्चा की चारों प्रमुख प्रत्याशियों के प्रतिनिधी तो अपने अपने प्रत्याशी की जीत का दावा कर रहे है जबकि राजनैतिक विशलेषक व बुध्दिजीवी वर्ग यह बताने की स्थिति में ही नहीं है कि आखिर कौन चुनाव जीतेगा इसके लिए हमें 3 दिंसबर का तक इंतजार करना पडेगा लेकिन यह तय है जो भी चुनाव जीतेगा वह महज 2 हजार से 5 हजार के अंतर से ही चुनाव जीतेगा यह अंतर और भी कम हो सकता है हमारी इस परिचर्चा में बीजेपी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस के प्रतिनिधी के रूप में बीजेपी के वरिष्ठ नेता बलराज नवानी, कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या के प्रतिनिधी के रूप में एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश खत्री, एमआईएम के प्रत्याशी नफीस मंशा खान के प्रतिनिधी के रूप में एमआईएम के नगर सचिव इमरान हुसैन बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे हर्षवर्धन सिंह चौहान के प्रतिनिधी के रूप में पूर्व नगर निगम सभापति मनोज तारवाला, राजनैतिक विशलेषक के रूप में सेवा सदन कॉलेज के राजनीति शास्त्र के विभाग प्रमुख डॉ संदीप पगारे, राज एक्सप्रेस दैनिक समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ व प्रादेशिक न्यूज चैनल बंसल न्यूज चैनल के ब्यूरो चीफ गणेश दुनगे और बुरहानपुर अधिवक्ता संघ के सचिव अधिवक्ता संतोष देवताले शामिल हुए आईए जानते इस परिचर्चा के प्रमुख अंश

एक लाख से अधिक वोट लेकर जीतेगी बीजेपी – बलराज नवानी

सबसे पहले बीजेपी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद वरिष्ठ बीजेपी नेता बलराज नवानी ने अपनी बात रखते हुए कहा बीजेपी कैडर बेस पार्टी है चुनाव के लिए बीजेपी काम नहीं करती है बीजेपी सतत सेवा का काम करती है बीजेपी चुनाव जीत रही है 346 बुथ है हर बुथ पर 11 कार्यकर्ताओं की समिति है उस अनुमान से हमारे 4 हजार बहुत अच्छे कार्यकर्ता हमारी दस साल पूरानी बुथ लेवल समिति पन्ना प्रभारी व्यवस्था 3 साल से काफी मजबूत हुई है 2018 के चुनाव में हमारी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस ने 93 हजार वोट हासिल किए थे इस बार बीजेपी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस 1 लाख से अधिक वोट लेकर विजयी होगी यह हम दावा कर रहे है

10 हजार की लीड से जीतेंगे कांग्रेस प्रत्याशी शेरा भैय्या – राकेस खत्री

कांग्रेस प्रत्याशी व निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद पूर्व एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राकेश खत्री ने अपनी बात रखते हुए कहा यह चुनाव 18 साल के बीजेपी के शासनकाल व और 15 महीने की कमलनाथ सरकार में तुलना का चुनाव है कमलनाथ जी के 11 वचन पत्र को देखकर जनता ने कांग्रेस को वोट दिया 10 हजार वोटो की लीड से हमारे प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या चुनाव जीतेगे हमारे उम्मीदवार ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या ने 2018 में 98 हजार वोट लिए थे इस बार हम एक लाख 10 हजार वोट लेंगे 3 दिसंबर को हम विजयी होगे उन्होने आगे कहा शहरी क्षेत्र में 1 लाख 26 हजार का मतदान हुआ है उसमें मुख्य रूप से बीजेपी और कांग्रेस में मुकाबला है और जो ग्रामीण क्षेत्र में जहां 1 लाख 19 हजार का मतदान हुआ है जहां पर कांग्रेस बीजेपी और निर्दलीय प्रत्याशी हर्षवर्धन सिंह चौहान के बीच मुकाबला हुआ है

एमआईएम के नफीस मंशा खान पहुंचेगे भोपाल – इमरान हुसैन

एमआईएम के प्रत्याशी नफीस मंशा खान के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद एमआईएम के सचिव इमरान हुसैन ने दो टूक कहा ट्रक पलटेगा बीजेपी कांग्रेस के दावे खोखले साबित होंगे और हमारा उम्मीदवार नफीस मंशा खान भारी से भारी वोटो से जीतकर एमएलए बनकर मप्र की विधानसभा भोपाल पहुंचेगा

एक लाख से अधिक वोट लेकर विजयी होगे हर्षवर्धन सिंह चौहान – मनोज तारवाला

बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद पूर्व निगम सभापति मनोज तारवाला ने बीजेपी से पूछा अपने कैडर वोट पर इतना ही भरोसा था तो बीजेपी की प्रत्याशी ने चुनाव वाले दिन बीजेपी का झंडा हटाकर अपने वाहन में भगवा झंडा लगाकर क्यों भ्रमण कर रही थी उन्होने आरोप लगाया उन्होने अपनी हार 17 नवंबर को स्वीकार कर ली उन्होने दावा किया 80 प्रतिशत बीजेपी का कार्यकर्ता दिख रहा था जो खुले रूप से हर्षवर्धन सिंह चौहान के समर्थन में काम कर रहा था अटल जी की समाधि पर कसम खाई की बीजेपी को जिंदा हम रखेगे उसके बाद सामूहिक रूप से इस्तीफे दिए
दीनदयाल उपाध्याय ने 11 दिसंबर 1961 अपनी पॉलिटिकल डायरी लिखी है उसके पेज नंबर 151 पर लिखा है अच्छी पार्टी से उम्मीदवार खडा हो जाता है तो वह आपका वोट लेने का अधिकारी केवल इस लिए नहीं है कि वह अच्छी पार्टी से खडा है यदि पार्टी ने किसी कारणवश कोई लुभावने में आकर कोई भुलावने में आकर कोई प्रलोभन में आकर या किसी प्रकार की गलत जानकारी के आधार पर कोई गलत प्रत्याशी को चुन दिया है तो यह अधिकार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता व मतदाता का है पार्टी के निर्णय को दुरूस्त करे हमने बुरहानपुर में वह ही किया है उन्होने दावा किया बीजेपी का कैडर वोट अधिकांश कार्यकर्ता हर्षवर्धन सिंह चौहान के साथ थे लिहाजा हर्षवर्धन सिंह चौहान की जीत तय है 92 हजार से 1 लाख वोट लेकर हम जीतेगे

बागियों के कारण बीजेपी कांग्रेस प्रभावित कम अंतर से होगा जीत हार का फैसला – डॉ संदीप पगारे

परिचर्चा में मौजूद सेवा सदन कॉलेज राजनीति शास्त्र विभाग के प्रमुख डॉ संदीप पगारे ने कहा चुनाव हो गए है स्वाभाविक है सभी दल अपनी अपनी जीत का दावा करेंगे
इस चुनाव में मतदाता स्वींग हुआ है चुनाव मैदान में पहली बार पतंग आई है उन्हें यह गुमान था कि उन्हें बडी संख्या में वोट मिलेगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं है अल्पसंख्यक मतदाता कांग्रेस में रिवस हुआ है बीजेपी के बागी निर्दलीय उम्मीदवार हर्षवर्धन सिंह चौहान भी बीजेपी के वोटों को प्रभावित करेंगा कांग्रेस बीजेपी दोनों दलों को नुकसान होगा लेकिन यह नुकसान कितना हुआ है यह 3 दिसंबर को आने वाले परिणाम बताएंगे 2018 के चुनाव की तरह ही 5 के अंदर हार जीत होगी

पार्टियों से इतर व्यक्तिगत हुआ चुनाव कम वोटो से होगी हार जीत – पत्रकार गणेश दुनगे

परिचर्चा में मौजूद पत्रकार गणेश दुनगे ने कहा 20 साल पहले 2003 के चुनाव में पूरे प्रदेश में जनता का कांग्रेस के खिलाफ विरोध था और उसका परिणाम यह रहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी 2018 के चुनाव में फिर लोगो में बीजेपी के खिलाफ नाराजगी दिखी फिर सरकार कांग्रेस की आई लेकिन 15 महीने बाद ही एनकेन प्रकरेण फिर बीजेपी की सरकार बन गई
2023 के विधानसभा चुनाव में बुरहानपुर में पार्टियों के विकास विकास के वादे एक तरफ रह गए यह चुनाव व्यक्तिगत चुनाव बन कर रह गया मतदान हो चुका है चार जगह मतदाताओं का वोट बंटा है परंतु मतदाताओं को झुकाव अधिक संख्या में किसी एक प्रत्याशी के पक्ष में गया है यह किसके पक्ष में गया है इसके लिए 3 दिसंबर को आने वाले परिणामों का इंतजार करना पडेगा
2018 के चुनाव में दो प्रमुख प्रत्याशी मैदान में थे तब किसी ने एक लाख का आंकडा पार नहीं किया था अब चुनाव मैदान में 4 प्रत्याशी मैदान में है सभी काफी मजबूत है तो ऐसे में एक लाख तक तो कोई पहुंचेगा नहीं हार जीत 3 से पांच हजार के बीच होगी और यह अंतर और कम भी हो सकता है

बुरहानपुर का विधानसभा चुनाव 2023 ऐतिहासिक रहेगा, 3 दिसंबर को तय होगा भविष्य

परिचर्चा में मौजूद खास राजनैतिक विशलेषक बुरहानपुर अधिवक्ता संघ के सचिव अधिवक्ता संतोष देवताले ने कहा हमको तो अपनो ने लूटा गैरो में क्या गम था मेरी कश्ती वहां डूबी जहां पानी कम था 3 दिसंबर के बाद यह लाईन पराजित प्रत्याशी इस पर मंथन करेंगे
बुरहानपुर के मतदाता ने क्या उदाहरण पेश किया इस पर हमें विचार करना पडेगा इस बार का विधानसभा चुनाव और उसके आने वाले परिणाम यह सिध्द करेंगे कि यह चुनाव अभूतपूर्व चुनाव एक नई मिसाल पैदा करने वाला चुनाव साबित होगा बुरहानपुर के 2 लाख 45 हजार मतदाताओं ने अपना मतो के जरिए इच्छा व्यक्त की लोगो ने सभी की जनसभाओं को अच्छी तरह सुना किसी की भी जनसभा में उमडी भीड को देख प्रत्याशी को यह लगता था कि मतदाता उसके पक्ष में है एमआईएम की सभाओं में जुटने वाली भीड को देखकर ऐसा लगता था कि फैसला तो हो गया उन्होने कहा यह चुनाव 200 से लेकर 2 हजार के वोट के अंतर पर भी आ सकता है यह चुनाव अपने आप में काफी ऐतिहासिक चुनाव रहेगा हर मतदाता ने काफी सोच समझ कर वोट दिया है आने वाली 3 दिसंबर बुरहानपुर का नया भविष्य तय करेंगा 2 लाख 45 हजार मतदान में हम 5 हजार अन्य उम्मीदवार को दे दे कुल 2 लाख 40 हजार मत चार प्रत्याशी में बंटवारा होना है मैं बधाई देना चाहता हुं क्षेत्र के अल्पसंख्यक मतदाताओं को जिन्होने यह महसूस किया कि एक तरफा वोट डालने के बाद भी वह प्रत्याशी विजयी नहीं होगा ऐसा लगता है अल्पसंख्यक मतदाता ने कांग्रेस पर विश्वास जताया है परिणाम को इंतजार करना चाहिए तब तक हम सभी को मुस्कान के साथ रहना चाहिए

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एक लाख से अधिक वोट लेकर जीतेगी बीजेपी – बलराज नवानी

सबसे पहले बीजेपी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद वरिष्ठ बीजेपी नेता बलराज नवानी ने अपनी बात रखते हुए कहा बीजेपी कैडर बेस पार्टी है चुनाव के लिए बीजेपी काम नहीं करती है बीजेपी सतत सेवा का काम करती है बीजेपी चुनाव जीत रही है 346 बुथ है हर बुथ पर 11 कार्यकर्ताओं की समिति है उस अनुमान से हमारे 4 हजार बहुत अच्छे कार्यकर्ता हमारी दस साल पूरानी बुथ लेवल समिति पन्ना प्रभारी व्यवस्था 3 साल से काफी मजबूत हुई है 2018 के चुनाव में हमारी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस ने 93 हजार वोट हासिल किए थे इस बार बीजेपी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस 1 लाख से अधिक वोट लेकर विजयी होगी यह हम दावा कर रहे है

10 हजार की लीड से जीतेंगे कांग्रेस प्रत्याशी शेरा भैय्या – राकेस खत्री

कांग्रेस प्रत्याशी व निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद पूर्व एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राकेश खत्री ने अपनी बात रखते हुए कहा यह चुनाव 18 साल के बीजेपी के शासनकाल व और 15 महीने की कमलनाथ सरकार में तुलना का चुनाव है कमलनाथ जी के 11 वचन पत्र को देखकर जनता ने कांग्रेस को वोट दिया 10 हजार वोटो की लीड से हमारे प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या चुनाव जीतेगे हमारे उम्मीदवार ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या ने 2018 में 98 हजार वोट लिए थे इस बार हम एक लाख 10 हजार वोट लेंगे 3 दिसंबर को हम विजयी होगे उन्होने आगे कहा शहरी क्षेत्र में 1 लाख 26 हजार का मतदान हुआ है उसमें मुख्य रूप से बीजेपी और कांग्रेस में मुकाबला है और जो ग्रामीण क्षेत्र में जहां 1 लाख 19 हजार का मतदान हुआ है जहां पर कांग्रेस बीजेपी और निर्दलीय प्रत्याशी हर्षवर्धन सिंह चौहान के बीच मुकाबला हुआ है

एमआईएम के नफीस मंशा खान पहुंचेगे भोपाल – इमरान हुसैन

एमआईएम के प्रत्याशी नफीस मंशा खान के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद एमआईएम के सचिव इमरान हुसैन ने दो टूक कहा ट्रक पलटेगा बीजेपी कांग्रेस के दावे खोखले साबित होंगे और हमारा उम्मीदवार नफीस मंशा खान भारी से भारी वोटो से जीतकर एमएलए बनकर मप्र की विधानसभा भोपाल पहुंचेगा

एक लाख से अधिक वोट लेकर विजयी होगे हर्षवर्धन सिंह चौहान – मनोज तारवाला

बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद पूर्व निगम सभापति मनोज तारवाला ने बीजेपी से पूछा अपने कैडर वोट पर इतना ही भरोसा था तो बीजेपी की प्रत्याशी ने चुनाव वाले दिन बीजेपी का झंडा हटाकर अपने वाहन में भगवा झंडा लगाकर क्यों भ्रमण कर रही थी उन्होने आरोप लगाया उन्होने अपनी हार 17 नवंबर को स्वीकार कर ली उन्होने दावा किया 80 प्रतिशत बीजेपी का कार्यकर्ता दिख रहा था जो खुले रूप से हर्षवर्धन सिंह चौहान के समर्थन में काम कर रहा था अटल जी की समाधि पर कसम खाई की बीजेपी को जिंदा हम रखेगे उसके बाद सामूहिक रूप से इस्तीफे दिए
दीनदयाल उपाध्याय ने 11 दिसंबर 1961 अपनी पॉलिटिकल डायरी लिखी है उसके पेज नंबर 151 पर लिखा है अच्छी पार्टी से उम्मीदवार खडा हो जाता है तो वह आपका वोट लेने का अधिकारी केवल इस लिए नहीं है कि वह अच्छी पार्टी से खडा है यदि पार्टी ने किसी कारणवश कोई लुभावने में आकर कोई भुलावने में आकर कोई प्रलोभन में आकर या किसी प्रकार की गलत जानकारी के आधार पर कोई गलत प्रत्याशी को चुन दिया है तो यह अधिकार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता व मतदाता का है पार्टी के निर्णय को दुरूस्त करे हमने बुरहानपुर में वह ही किया है उन्होने दावा किया बीजेपी का कैडर वोट अधिकांश कार्यकर्ता हर्षवर्धन सिंह चौहान के साथ थे लिहाजा हर्षवर्धन सिंह चौहान की जीत तय है 92 हजार से 1 लाख वोट लेकर हम जीतेगे

बागियों के कारण बीजेपी कांग्रेस प्रभावित कम अंतर से होगा जीत हार का फैसला – डॉ संदीप पगारे

परिचर्चा में मौजूद सेवा सदन कॉलेज राजनीति शास्त्र विभाग के प्रमुख डॉ संदीप पगारे ने कहा चुनाव हो गए है स्वाभाविक है सभी दल अपनी अपनी जीत का दावा करेंगे
इस चुनाव में मतदाता स्वींग हुआ है चुनाव मैदान में पहली बार पतंग आई है उन्हें यह गुमान था कि उन्हें बडी संख्या में वोट मिलेगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं है अल्पसंख्यक मतदाता कांग्रेस में रिवस हुआ है बीजेपी के बागी निर्दलीय उम्मीदवार हर्षवर्धन सिंह चौहान भी बीजेपी के वोटों को प्रभावित करेंगा कांग्रेस बीजेपी दोनों दलों को नुकसान होगा लेकिन यह नुकसान कितना हुआ है यह 3 दिसंबर को आने वाले परिणाम बताएंगे 2018 के चुनाव की तरह ही 5 के अंदर हार जीत होगी

पार्टियों से इतर व्यक्तिगत हुआ चुनाव कम वोटो से होगी हार जीत – पत्रकार गणेश दुनगे

परिचर्चा में मौजूद पत्रकार गणेश दुनगे ने कहा 20 साल पहले 2003 के चुनाव में पूरे प्रदेश में जनता का कांग्रेस के खिलाफ विरोध था और उसका परिणाम यह रहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी 2018 के चुनाव में फिर लोगो में बीजेपी के खिलाफ नाराजगी दिखी फिर सरकार कांग्रेस की आई लेकिन 15 महीने बाद ही एनकेन प्रकरेण फिर बीजेपी की सरकार बन गई
2023 के विधानसभा चुनाव में बुरहानपुर में पार्टियों के विकास विकास के वादे एक तरफ रह गए यह चुनाव व्यक्तिगत चुनाव बन कर रह गया मतदान हो चुका है चार जगह मतदाताओं का वोट बंटा है परंतु मतदाताओं को झुकाव अधिक संख्या में किसी एक प्रत्याशी के पक्ष में गया है यह किसके पक्ष में गया है इसके लिए 3 दिसंबर को आने वाले परिणामों का इंतजार करना पडेगा
2018 के चुनाव में दो प्रमुख प्रत्याशी मैदान में थे तब किसी ने एक लाख का आंकडा पार नहीं किया था अब चुनाव मैदान में 4 प्रत्याशी मैदान में है सभी काफी मजबूत है तो ऐसे में एक लाख तक तो कोई पहुंचेगा नहीं हार जीत 3 से पांच हजार के बीच होगी और यह अंतर और कम भी हो सकता है

बुरहानपुर का विधानसभा चुनाव 2023 ऐतिहासिक रहेगा, 3 दिसंबर को तय होगा भविष्य

परिचर्चा में मौजूद खास राजनैतिक विशलेषक बुरहानपुर अधिवक्ता संघ के सचिव अधिवक्ता संतोष देवताले ने कहा हमको तो अपनो ने लूटा गैरो में क्या गम था मेरी कश्ती वहां डूबी जहां पानी कम था 3 दिसंबर के बाद यह लाईन पराजित प्रत्याशी इस पर मंथन करेंगे
बुरहानपुर के मतदाता ने क्या उदाहरण पेश किया इस पर हमें विचार करना पडेगा इस बार का विधानसभा चुनाव और उसके आने वाले परिणाम यह सिध्द करेंगे कि यह चुनाव अभूतपूर्व चुनाव एक नई मिसाल पैदा करने वाला चुनाव साबित होगा बुरहानपुर के 2 लाख 45 हजार मतदाताओं ने अपना मतो के जरिए इच्छा व्यक्त की लोगो ने सभी की जनसभाओं को अच्छी तरह सुना किसी की भी जनसभा में उमडी भीड को देख प्रत्याशी को यह लगता था कि मतदाता उसके पक्ष में है एमआईएम की सभाओं में जुटने वाली भीड को देखकर ऐसा लगता था कि फैसला तो हो गया उन्होने कहा यह चुनाव 200 से लेकर 2 हजार के वोट के अंतर पर भी आ सकता है यह चुनाव अपने आप में काफी ऐतिहासिक चुनाव रहेगा हर मतदाता ने काफी सोच समझ कर वोट दिया है आने वाली 3 दिसंबर बुरहानपुर का नया भविष्य तय करेंगा 2 लाख 45 हजार मतदान में हम 5 हजार अन्य उम्मीदवार को दे दे कुल 2 लाख 40 हजार मत चार प्रत्याशी में बंटवारा होना है मैं बधाई देना चाहता हुं क्षेत्र के अल्पसंख्यक मतदाताओं को जिन्होने यह महसूस किया कि एक तरफा वोट डालने के बाद भी वह प्रत्याशी विजयी नहीं होगा ऐसा लगता है अल्पसंख्यक मतदाता ने कांग्रेस पर विश्वास जताया है परिणाम को इंतजार करना चाहिए तब तक हम सभी को मुस्कान के साथ रहना चाहिए

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10 हजार की लीड से जीतेंगे कांग्रेस प्रत्याशी शेरा भैय्या – राकेस खत्री

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एमआईएम के नफीस मंशा खान पहुंचेगे भोपाल – इमरान हुसैन

एमआईएम के प्रत्याशी नफीस मंशा खान के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद एमआईएम के सचिव इमरान हुसैन ने दो टूक कहा ट्रक पलटेगा बीजेपी कांग्रेस के दावे खोखले साबित होंगे और हमारा उम्मीदवार नफीस मंशा खान भारी से भारी वोटो से जीतकर एमएलए बनकर मप्र की विधानसभा भोपाल पहुंचेगा

एक लाख से अधिक वोट लेकर विजयी होगे हर्षवर्धन सिंह चौहान – मनोज तारवाला

बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद पूर्व निगम सभापति मनोज तारवाला ने बीजेपी से पूछा अपने कैडर वोट पर इतना ही भरोसा था तो बीजेपी की प्रत्याशी ने चुनाव वाले दिन बीजेपी का झंडा हटाकर अपने वाहन में भगवा झंडा लगाकर क्यों भ्रमण कर रही थी उन्होने आरोप लगाया उन्होने अपनी हार 17 नवंबर को स्वीकार कर ली उन्होने दावा किया 80 प्रतिशत बीजेपी का कार्यकर्ता दिख रहा था जो खुले रूप से हर्षवर्धन सिंह चौहान के समर्थन में काम कर रहा था अटल जी की समाधि पर कसम खाई की बीजेपी को जिंदा हम रखेगे उसके बाद सामूहिक रूप से इस्तीफे दिए
दीनदयाल उपाध्याय ने 11 दिसंबर 1961 अपनी पॉलिटिकल डायरी लिखी है उसके पेज नंबर 151 पर लिखा है अच्छी पार्टी से उम्मीदवार खडा हो जाता है तो वह आपका वोट लेने का अधिकारी केवल इस लिए नहीं है कि वह अच्छी पार्टी से खडा है यदि पार्टी ने किसी कारणवश कोई लुभावने में आकर कोई भुलावने में आकर कोई प्रलोभन में आकर या किसी प्रकार की गलत जानकारी के आधार पर कोई गलत प्रत्याशी को चुन दिया है तो यह अधिकार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता व मतदाता का है पार्टी के निर्णय को दुरूस्त करे हमने बुरहानपुर में वह ही किया है उन्होने दावा किया बीजेपी का कैडर वोट अधिकांश कार्यकर्ता हर्षवर्धन सिंह चौहान के साथ थे लिहाजा हर्षवर्धन सिंह चौहान की जीत तय है 92 हजार से 1 लाख वोट लेकर हम जीतेगे

बागियों के कारण बीजेपी कांग्रेस प्रभावित कम अंतर से होगा जीत हार का फैसला – डॉ संदीप पगारे

परिचर्चा में मौजूद सेवा सदन कॉलेज राजनीति शास्त्र विभाग के प्रमुख डॉ संदीप पगारे ने कहा चुनाव हो गए है स्वाभाविक है सभी दल अपनी अपनी जीत का दावा करेंगे
इस चुनाव में मतदाता स्वींग हुआ है चुनाव मैदान में पहली बार पतंग आई है उन्हें यह गुमान था कि उन्हें बडी संख्या में वोट मिलेगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं है अल्पसंख्यक मतदाता कांग्रेस में रिवस हुआ है बीजेपी के बागी निर्दलीय उम्मीदवार हर्षवर्धन सिंह चौहान भी बीजेपी के वोटों को प्रभावित करेंगा कांग्रेस बीजेपी दोनों दलों को नुकसान होगा लेकिन यह नुकसान कितना हुआ है यह 3 दिसंबर को आने वाले परिणाम बताएंगे 2018 के चुनाव की तरह ही 5 के अंदर हार जीत होगी

पार्टियों से इतर व्यक्तिगत हुआ चुनाव कम वोटो से होगी हार जीत – पत्रकार गणेश दुनगे

परिचर्चा में मौजूद पत्रकार गणेश दुनगे ने कहा 20 साल पहले 2003 के चुनाव में पूरे प्रदेश में जनता का कांग्रेस के खिलाफ विरोध था और उसका परिणाम यह रहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी 2018 के चुनाव में फिर लोगो में बीजेपी के खिलाफ नाराजगी दिखी फिर सरकार कांग्रेस की आई लेकिन 15 महीने बाद ही एनकेन प्रकरेण फिर बीजेपी की सरकार बन गई
2023 के विधानसभा चुनाव में बुरहानपुर में पार्टियों के विकास विकास के वादे एक तरफ रह गए यह चुनाव व्यक्तिगत चुनाव बन कर रह गया मतदान हो चुका है चार जगह मतदाताओं का वोट बंटा है परंतु मतदाताओं को झुकाव अधिक संख्या में किसी एक प्रत्याशी के पक्ष में गया है यह किसके पक्ष में गया है इसके लिए 3 दिसंबर को आने वाले परिणामों का इंतजार करना पडेगा
2018 के चुनाव में दो प्रमुख प्रत्याशी मैदान में थे तब किसी ने एक लाख का आंकडा पार नहीं किया था अब चुनाव मैदान में 4 प्रत्याशी मैदान में है सभी काफी मजबूत है तो ऐसे में एक लाख तक तो कोई पहुंचेगा नहीं हार जीत 3 से पांच हजार के बीच होगी और यह अंतर और कम भी हो सकता है

बुरहानपुर का विधानसभा चुनाव 2023 ऐतिहासिक रहेगा, 3 दिसंबर को तय होगा भविष्य

परिचर्चा में मौजूद खास राजनैतिक विशलेषक बुरहानपुर अधिवक्ता संघ के सचिव अधिवक्ता संतोष देवताले ने कहा हमको तो अपनो ने लूटा गैरो में क्या गम था मेरी कश्ती वहां डूबी जहां पानी कम था 3 दिसंबर के बाद यह लाईन पराजित प्रत्याशी इस पर मंथन करेंगे
बुरहानपुर के मतदाता ने क्या उदाहरण पेश किया इस पर हमें विचार करना पडेगा इस बार का विधानसभा चुनाव और उसके आने वाले परिणाम यह सिध्द करेंगे कि यह चुनाव अभूतपूर्व चुनाव एक नई मिसाल पैदा करने वाला चुनाव साबित होगा बुरहानपुर के 2 लाख 45 हजार मतदाताओं ने अपना मतो के जरिए इच्छा व्यक्त की लोगो ने सभी की जनसभाओं को अच्छी तरह सुना किसी की भी जनसभा में उमडी भीड को देख प्रत्याशी को यह लगता था कि मतदाता उसके पक्ष में है एमआईएम की सभाओं में जुटने वाली भीड को देखकर ऐसा लगता था कि फैसला तो हो गया उन्होने कहा यह चुनाव 200 से लेकर 2 हजार के वोट के अंतर पर भी आ सकता है यह चुनाव अपने आप में काफी ऐतिहासिक चुनाव रहेगा हर मतदाता ने काफी सोच समझ कर वोट दिया है आने वाली 3 दिसंबर बुरहानपुर का नया भविष्य तय करेंगा 2 लाख 45 हजार मतदान में हम 5 हजार अन्य उम्मीदवार को दे दे कुल 2 लाख 40 हजार मत चार प्रत्याशी में बंटवारा होना है मैं बधाई देना चाहता हुं क्षेत्र के अल्पसंख्यक मतदाताओं को जिन्होने यह महसूस किया कि एक तरफा वोट डालने के बाद भी वह प्रत्याशी विजयी नहीं होगा ऐसा लगता है अल्पसंख्यक मतदाता ने कांग्रेस पर विश्वास जताया है परिणाम को इंतजार करना चाहिए तब तक हम सभी को मुस्कान के साथ रहना चाहिए

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Next Mla Burhanpur कौन बनेगा बुरहानपुर का अगला विधायक हर तरफ यह ही चर्चा

Next Mla Burhanpur बुरहानपुर (शारिक अख्तर दुररानी) 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के मतदान संपन्न हुए 76 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया लगभग 2 लाख 45 हजार मतदाताओं ने अपना विधायक चुनने के लिए वोट किया अब हर चौराहे गली गली मोहल्ले मोहल्ले और सामाजिक व शादी ब्याह के आयोजनों में एक ही चर्चा है कि आखिर कौन बनेगा बुरहानपुर का अगला विधायक जनता की इसी जिज्ञासा को शांत करने के लिए हमने चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे चारो प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों व शहर के राजनैतिक विशलेषकों व बुध्दिजीवी वर्ग से चर्चा की चारों प्रमुख प्रत्याशियों के प्रतिनिधी तो अपने अपने प्रत्याशी की जीत का दावा कर रहे है जबकि राजनैतिक विशलेषक व बुध्दिजीवी वर्ग यह बताने की स्थिति में ही नहीं है कि आखिर कौन चुनाव जीतेगा इसके लिए हमें 3 दिंसबर का तक इंतजार करना पडेगा लेकिन यह तय है जो भी चुनाव जीतेगा वह महज 2 हजार से 5 हजार के अंतर से ही चुनाव जीतेगा यह अंतर और भी कम हो सकता है हमारी इस परिचर्चा में बीजेपी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस के प्रतिनिधी के रूप में बीजेपी के वरिष्ठ नेता बलराज नवानी, कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या के प्रतिनिधी के रूप में एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश खत्री, एमआईएम के प्रत्याशी नफीस मंशा खान के प्रतिनिधी के रूप में एमआईएम के नगर सचिव इमरान हुसैन बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे हर्षवर्धन सिंह चौहान के प्रतिनिधी के रूप में पूर्व नगर निगम सभापति मनोज तारवाला, राजनैतिक विशलेषक के रूप में सेवा सदन कॉलेज के राजनीति शास्त्र के विभाग प्रमुख डॉ संदीप पगारे, राज एक्सप्रेस दैनिक समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ व प्रादेशिक न्यूज चैनल बंसल न्यूज चैनल के ब्यूरो चीफ गणेश दुनगे और बुरहानपुर अधिवक्ता संघ के सचिव अधिवक्ता संतोष देवताले शामिल हुए आईए जानते इस परिचर्चा के प्रमुख अंश

एक लाख से अधिक वोट लेकर जीतेगी बीजेपी – बलराज नवानी

सबसे पहले बीजेपी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद वरिष्ठ बीजेपी नेता बलराज नवानी ने अपनी बात रखते हुए कहा बीजेपी कैडर बेस पार्टी है चुनाव के लिए बीजेपी काम नहीं करती है बीजेपी सतत सेवा का काम करती है बीजेपी चुनाव जीत रही है 346 बुथ है हर बुथ पर 11 कार्यकर्ताओं की समिति है उस अनुमान से हमारे 4 हजार बहुत अच्छे कार्यकर्ता हमारी दस साल पूरानी बुथ लेवल समिति पन्ना प्रभारी व्यवस्था 3 साल से काफी मजबूत हुई है 2018 के चुनाव में हमारी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस ने 93 हजार वोट हासिल किए थे इस बार बीजेपी प्रत्याशी अर्चना चिटनीस 1 लाख से अधिक वोट लेकर विजयी होगी यह हम दावा कर रहे है

10 हजार की लीड से जीतेंगे कांग्रेस प्रत्याशी शेरा भैय्या – राकेस खत्री

कांग्रेस प्रत्याशी व निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद पूर्व एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राकेश खत्री ने अपनी बात रखते हुए कहा यह चुनाव 18 साल के बीजेपी के शासनकाल व और 15 महीने की कमलनाथ सरकार में तुलना का चुनाव है कमलनाथ जी के 11 वचन पत्र को देखकर जनता ने कांग्रेस को वोट दिया 10 हजार वोटो की लीड से हमारे प्रत्याशी ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या चुनाव जीतेगे हमारे उम्मीदवार ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भैय्या ने 2018 में 98 हजार वोट लिए थे इस बार हम एक लाख 10 हजार वोट लेंगे 3 दिसंबर को हम विजयी होगे उन्होने आगे कहा शहरी क्षेत्र में 1 लाख 26 हजार का मतदान हुआ है उसमें मुख्य रूप से बीजेपी और कांग्रेस में मुकाबला है और जो ग्रामीण क्षेत्र में जहां 1 लाख 19 हजार का मतदान हुआ है जहां पर कांग्रेस बीजेपी और निर्दलीय प्रत्याशी हर्षवर्धन सिंह चौहान के बीच मुकाबला हुआ है

एमआईएम के नफीस मंशा खान पहुंचेगे भोपाल – इमरान हुसैन

एमआईएम के प्रत्याशी नफीस मंशा खान के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद एमआईएम के सचिव इमरान हुसैन ने दो टूक कहा ट्रक पलटेगा बीजेपी कांग्रेस के दावे खोखले साबित होंगे और हमारा उम्मीदवार नफीस मंशा खान भारी से भारी वोटो से जीतकर एमएलए बनकर मप्र की विधानसभा भोपाल पहुंचेगा

एक लाख से अधिक वोट लेकर विजयी होगे हर्षवर्धन सिंह चौहान – मनोज तारवाला

बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान के प्रतिनिधी के रूप में मौजूद पूर्व निगम सभापति मनोज तारवाला ने बीजेपी से पूछा अपने कैडर वोट पर इतना ही भरोसा था तो बीजेपी की प्रत्याशी ने चुनाव वाले दिन बीजेपी का झंडा हटाकर अपने वाहन में भगवा झंडा लगाकर क्यों भ्रमण कर रही थी उन्होने आरोप लगाया उन्होने अपनी हार 17 नवंबर को स्वीकार कर ली उन्होने दावा किया 80 प्रतिशत बीजेपी का कार्यकर्ता दिख रहा था जो खुले रूप से हर्षवर्धन सिंह चौहान के समर्थन में काम कर रहा था अटल जी की समाधि पर कसम खाई की बीजेपी को जिंदा हम रखेगे उसके बाद सामूहिक रूप से इस्तीफे दिए
दीनदयाल उपाध्याय ने 11 दिसंबर 1961 अपनी पॉलिटिकल डायरी लिखी है उसके पेज नंबर 151 पर लिखा है अच्छी पार्टी से उम्मीदवार खडा हो जाता है तो वह आपका वोट लेने का अधिकारी केवल इस लिए नहीं है कि वह अच्छी पार्टी से खडा है यदि पार्टी ने किसी कारणवश कोई लुभावने में आकर कोई भुलावने में आकर कोई प्रलोभन में आकर या किसी प्रकार की गलत जानकारी के आधार पर कोई गलत प्रत्याशी को चुन दिया है तो यह अधिकार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता व मतदाता का है पार्टी के निर्णय को दुरूस्त करे हमने बुरहानपुर में वह ही किया है उन्होने दावा किया बीजेपी का कैडर वोट अधिकांश कार्यकर्ता हर्षवर्धन सिंह चौहान के साथ थे लिहाजा हर्षवर्धन सिंह चौहान की जीत तय है 92 हजार से 1 लाख वोट लेकर हम जीतेगे

बागियों के कारण बीजेपी कांग्रेस प्रभावित कम अंतर से होगा जीत हार का फैसला – डॉ संदीप पगारे

परिचर्चा में मौजूद सेवा सदन कॉलेज राजनीति शास्त्र विभाग के प्रमुख डॉ संदीप पगारे ने कहा चुनाव हो गए है स्वाभाविक है सभी दल अपनी अपनी जीत का दावा करेंगे
इस चुनाव में मतदाता स्वींग हुआ है चुनाव मैदान में पहली बार पतंग आई है उन्हें यह गुमान था कि उन्हें बडी संख्या में वोट मिलेगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं है अल्पसंख्यक मतदाता कांग्रेस में रिवस हुआ है बीजेपी के बागी निर्दलीय उम्मीदवार हर्षवर्धन सिंह चौहान भी बीजेपी के वोटों को प्रभावित करेंगा कांग्रेस बीजेपी दोनों दलों को नुकसान होगा लेकिन यह नुकसान कितना हुआ है यह 3 दिसंबर को आने वाले परिणाम बताएंगे 2018 के चुनाव की तरह ही 5 के अंदर हार जीत होगी

पार्टियों से इतर व्यक्तिगत हुआ चुनाव कम वोटो से होगी हार जीत – पत्रकार गणेश दुनगे

परिचर्चा में मौजूद पत्रकार गणेश दुनगे ने कहा 20 साल पहले 2003 के चुनाव में पूरे प्रदेश में जनता का कांग्रेस के खिलाफ विरोध था और उसका परिणाम यह रहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी 2018 के चुनाव में फिर लोगो में बीजेपी के खिलाफ नाराजगी दिखी फिर सरकार कांग्रेस की आई लेकिन 15 महीने बाद ही एनकेन प्रकरेण फिर बीजेपी की सरकार बन गई
2023 के विधानसभा चुनाव में बुरहानपुर में पार्टियों के विकास विकास के वादे एक तरफ रह गए यह चुनाव व्यक्तिगत चुनाव बन कर रह गया मतदान हो चुका है चार जगह मतदाताओं का वोट बंटा है परंतु मतदाताओं को झुकाव अधिक संख्या में किसी एक प्रत्याशी के पक्ष में गया है यह किसके पक्ष में गया है इसके लिए 3 दिसंबर को आने वाले परिणामों का इंतजार करना पडेगा
2018 के चुनाव में दो प्रमुख प्रत्याशी मैदान में थे तब किसी ने एक लाख का आंकडा पार नहीं किया था अब चुनाव मैदान में 4 प्रत्याशी मैदान में है सभी काफी मजबूत है तो ऐसे में एक लाख तक तो कोई पहुंचेगा नहीं हार जीत 3 से पांच हजार के बीच होगी और यह अंतर और कम भी हो सकता है

बुरहानपुर का विधानसभा चुनाव 2023 ऐतिहासिक रहेगा, 3 दिसंबर को तय होगा भविष्य

परिचर्चा में मौजूद खास राजनैतिक विशलेषक बुरहानपुर अधिवक्ता संघ के सचिव अधिवक्ता संतोष देवताले ने कहा हमको तो अपनो ने लूटा गैरो में क्या गम था मेरी कश्ती वहां डूबी जहां पानी कम था 3 दिसंबर के बाद यह लाईन पराजित प्रत्याशी इस पर मंथन करेंगे
बुरहानपुर के मतदाता ने क्या उदाहरण पेश किया इस पर हमें विचार करना पडेगा इस बार का विधानसभा चुनाव और उसके आने वाले परिणाम यह सिध्द करेंगे कि यह चुनाव अभूतपूर्व चुनाव एक नई मिसाल पैदा करने वाला चुनाव साबित होगा बुरहानपुर के 2 लाख 45 हजार मतदाताओं ने अपना मतो के जरिए इच्छा व्यक्त की लोगो ने सभी की जनसभाओं को अच्छी तरह सुना किसी की भी जनसभा में उमडी भीड को देख प्रत्याशी को यह लगता था कि मतदाता उसके पक्ष में है एमआईएम की सभाओं में जुटने वाली भीड को देखकर ऐसा लगता था कि फैसला तो हो गया उन्होने कहा यह चुनाव 200 से लेकर 2 हजार के वोट के अंतर पर भी आ सकता है यह चुनाव अपने आप में काफी ऐतिहासिक चुनाव रहेगा हर मतदाता ने काफी सोच समझ कर वोट दिया है आने वाली 3 दिसंबर बुरहानपुर का नया भविष्य तय करेंगा 2 लाख 45 हजार मतदान में हम 5 हजार अन्य उम्मीदवार को दे दे कुल 2 लाख 40 हजार मत चार प्रत्याशी में बंटवारा होना है मैं बधाई देना चाहता हुं क्षेत्र के अल्पसंख्यक मतदाताओं को जिन्होने यह महसूस किया कि एक तरफा वोट डालने के बाद भी वह प्रत्याशी विजयी नहीं होगा ऐसा लगता है अल्पसंख्यक मतदाता ने कांग्रेस पर विश्वास जताया है परिणाम को इंतजार करना चाहिए तब तक हम सभी को मुस्कान के साथ रहना चाहिए

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