◆ *तीन अलग अलग घटनाओं फिर मददगार साबित हुए सीसीटीवी कैमरे। पर्स और बैग ट्रेस करने के साथ छेड़छाड़ के आरोपियों तक पहुंचने में सीसीटीवी कैमरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।* ◆caution police third eye openबुरहानपुर। पुलिस कप्तान राहुल कुमार लोढा ने जिले के शहरी क्षेत्रों में हाई रिजुलेशन नाइट विजन कैमरे स्थापित किए है यह कैमरे अपराधियों को बार बार चेतावनी दे रहे है कि अपराध करने से पहले दस बार जरूर सोच ले क्योंकि पुलिस की तीसरी आँख 24 घंटे पैनी नजर रखे हुए है जिसके परिणाम स्वरूप अपराध घटते ही पुलिस आरोपियों को धऱदबोच रही है
बुरहानपुर पुलिस अधीक्षक श्री राहुल कुमार लोढ़ा के नेतृत्व में संचालित सिटी सर्विलेंस की महती योजना के तहत शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे कई बार की तरह एक बार फिर बेहद उपयोगी साबित हुए है। तीन अलग अलग घटनाओं में सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस को सफलता मिली है। पहला मामला पर्स मिलने का है। लालबाग निवासी महिला किसी काम से जिला न्यायालय बुरहानपुर आई थी। महिला अपना पर्स बेंच पर रख कर भूल गई थी । महिला तुरन्त पुलिस सीसीटीवी कन्ट्रोल रूम पहुँची , जहाँ सीसीटीवी कैमरों में देखने पर कोर्ट परिसर में दो व्यक्ति पर्स को वहां से ले जाते हुए दिखाई दिए। पुलिस टीम व कोर्ट परिसर के स्थानीय लोगों की मदद से महिला का पर्स मिल गया। वहीं दूसरी घटना में नेपानगर निवासी संतोष पिता लीलाधर पाखरे बुरहानपुर बस स्टैंड से ऑटो में अपना बैग भूल गया था। ऑटो को शहर में लगे सीसीटीवी कैमरो की मदद से ट्रेस कर थाना लालबाग क्षेत्र के सागर टावर से ऑटो में फरियादी का बैग प्राप्त कर फरियादी को सही सलामत वापस किया गया। तीसरी घटना में थाना कोतवाली क्षेत्र के जय स्तंभ चौराहे पर नाबालिग स्कूली छात्राओं से छेड़छाड़ की सूचना प्राप्त हुई थी । जय स्तंभ पर लगे सीसीटीवी कैमरे में 4 लड़कों द्वारा नाबालिग स्कूली छात्राओं से छेड़छाड़ करने की घटना कैद हो गई । छात्राओं ने परिवार के साथ थाना कोतवाली में सूचना दी। सीसीटीवी कंट्रोल रूम में फुटेज की मदद से आरोपी 4 लड़कों की पहचान कर उन्हें पकड़ा गया। घटना के उपरांत पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा सभी थाना प्रभारियों को थाने पर “मनचला रजिस्टर” मेंटेन करने के लिए निर्देशित किया गया। उक्त कार्यवाही में उनि. राजा तिवारी, सउनि मुकर्रिम अहमद ,आर. सुनील सावले ,सीसीटीवी आपरेटर महिला आर. मीनाक्षी करणकर, आर. संतोष इटेवार का सराहनीय योगदान रहा।