Burhanpur Newsबुरहानपुर, (निज संवाददाता)। मुंबई के घाटकोपर में हुए भीषण होर्डिंग हादसे के बाद बुरहानपुर नगर निगम ने शहर में लगे सभी अवैध और खतरनाक होर्डिंग्स को हटाने का बड़ा अभियान चलाया था। नगर निगम की इस पहल के बाद शहर के मुख्य बाजार और मार्ग अब अवैध होर्डिंग्स से मुक्त हो चुके हैं।
लेकिन शहर से सटे ग्रामीण इलाकों में अब भी कई ऐसे स्थान हैं जहां सड़क किनारे लगे होर्डिंग्स वाहन चालकों का ध्यान भटका रहे हैं और हादसों का निमंत्रण दे रहे हैं। रेणुका माता मंदिर के पास तिराहा, एप्पल हॉस्पिटल के पास मोड़ और कलेक्टर दफ्तर के आगे टेक्समो पाइप फैक्ट्री के पास जिला न्यायालय जाने वाले मार्ग के मोड़ पर लगे होर्डिंग्स इस बात के गवाह हैं।

इन स्थानों पर लगे होर्डिंग्स वाहन चालकों का ध्यान भटकाकर दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहे हैं। इन होर्डिंग्स पर लगे विज्ञापन वाहन चालकों की नजर को अपनी ओर आकर्षित करते हैं जिससे वे सड़क से नजर हटा लेते हैं और हादसे का शिकार हो सकते हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में होर्डिंग्स हटाने की मांग:
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तरह नगर निगम ने शहर में अवैध होर्डिंग्स हटाने का अभियान चलाया था, उसी तरह जिला प्रशासन को भी ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से संबंधित ग्राम पंचायतों को निर्देश देकर इन क्षेत्रों से अवैध होर्डिंग्स हटाने चाहिए।
क्यों जरूरी है होर्डिंग्स हटाना:
सुरक्षा: होर्डिंग्स वाहन चालकों का ध्यान भटकाकर सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ाते हैं।
शहरी सौंदर्य: अवैध होर्डिंग्स शहर की सुंदरता को बिगाड़ते हैं।
कानून व्यवस्था: कई बार अवैध होर्डिंग्स पर आपत्तिजनक सामग्री भी लगाई जाती है, जिससे कानून और व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती है।
स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि वे इस मामले में तत्काल संज्ञान लें और ग्रामीण क्षेत्रों में लगे अवैध होर्डिंग्स को हटाने के लिए कड़े कदम उठाए
बुरहानपुर शहर में अवैध होर्डिंग्स हटाने का अभियान एक सराहनीय कदम है। लेकिन यह अभियान तब तक सफल नहीं माना जा सकता जब तक शहर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लगे अवैध होर्डिंग्स भी नहीं हटाए जाते। जिला प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।