Burhanpur Breakingबुरहानपुर(शारिक अख्तर दुररानी) कुपोषण के खिलाफ जंग लडने में आंगनवाडी केंद्रो का महत्वपूर्ण योगदान होता है लेकिन जब आंगनवाडी केंद्र का भवन कुपोषण जैसे रोग से ग्रसित हो तो उससे कुपोषण के खिलाफ जंग लडने की कल्पना करना बेमानी होगी जी हां हम बात कर रहे है जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत पातोडा की पंचायत भवन के ठीक सामने बनी आंगनवाडी केंद्र 01 व 02 के भवन की यह भवन वैसे तो दूर से काफी अच्छा दिखाई देते है लेकिन इस भवन में प्रवेश करते ही इस भवन की पोल खुल जाती है
जर्जर आंगनवाडी भवन
ग्राम पंचायत पातोंडा में पंचायत भवन के ठीक सामने स्थित आंगनवाडी भवन बना है जगह की कमी के कारण यह भवन दो मंजिला निर्मित किया गया था लेकिन बताया जा रहा है इस भवन का हाल शुरू से ऐसा ही है यह भवन जर्जर हो चुका है अब इस भवन की तकनीकी जांच कराए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है
घूस ने डाला डेरा
इस आंगनवाडी भवन के प्रथम तल और ग्राउंड फ्लोर पर बने आंगनवाडी केंद्र संचालित करने के लिए बने कक्षों में घूस का बसेरा है घूस ने इन दोनो कमरो को खोखला कर दिया है घूस के खोखला करने के कारण कमरो की फर्श उखड गई है साथ ही निर्माण में उपयोग की गई रेत कक्ष में फैल गई है आलम यह है कि आंगनवाडी कार्यकर्ता व सहायिकाए यहां आने वाले नौनिहाल मासूम बच्चो को बाहर बरामदे में बैठाकर उन्हें पढाती है और पोषण आहार वितरित करने के लिए मजबूर है
दर्ज संख्या 300 मिले 30 बच्चे
ग्राम पंचायत पातोंडा के पंचायत भवन के ठीक सामने स्थित दोनों आंगनवाडी केंद्रो में करीबन 300 बच्चों के नाम दर्ज है लेकिन जब हमारी टीम गई तो मुश्किल से 30 बच्चे ही उपस्थित मिले है आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के अनुसार शादी ब्याह के कारण बच्चों की संख्या कम है साथ ही भवन के जर्जर होने व घूस के व्दारा रेत फैलाने के कारण रेत बच्चे नही खाए इसके लिए भी पालक आंगनवाडी केंद्र में अपने बच्चों को भेजने में रूचि नहीं ले रहे है
क्या कहती है आंगनवाडी कार्यकर्ता व सहायिका
आंगनवाडी केंद्र क्रमांक 01 में पदस्थ कार्यकर्ता अर्चना विजयवर्गीय ने बताया 5 साल से यह स्थिति है आने वाले बच्चों को रेत फर्श के कारण खेलने में परेशानी होती है जब बच्चे पोषण आहार लेते है तो धूल मिट्टी उनके खाने में जाने का डर बना रहता है हमें काफी सावधानी बरतना पडती है सुपरवाईजर मैडम ने समस्या देखी और हमें दूसरे भवन मे किराए से आगनवाडी लगाने को कहा है लेकिन किराए से भवन भी नहीं मिल पा रहे है आंगनवाडी की इस हालात के कारण पालक अपने बच्चों को आंगनवाडी केंद्र नहीं भेज रहे है पालक शिकायत करते है आपकी आंगनवाडी केंद्र में धुल मिट्टी है खाने में बच्चे मिट्टी खा रहे है हम समझाने की कोशिश करते है हम बच्चों को सावधानी पूर्वक पोषण आहार खिलाते है फिर भी पालक बच्चों को नहीं भेज रहे है आंगनवाडी केंद्र क्रमांक 1 में पदस्थ सहायिका आबेदा मुबारक तडवी ने भी कुछ इसी तरह परेशानी बताई
इंजिनियरों से कराई जाएगी भवन की जांच
महिला बाल विकास विभाग बुरहानपुर ग्रामीण के परियोजना अधिकारी महेश मेहरा को जब हमने पूरे मामले की जानकारी दी तो उन्होने बताया आंगनवाडी केंद्र भवन मरम्मत के लिए ग्राम पंचायत को स्टीमेट बनाने के लिए कहा है इस स्टीमेट की मंजूरी के लिए जिला कार्यालय के भेजा है निरीक्षण के दौरान आंगनवाडी की स्थिति को देख पंचायत भवन में आंगनवाडी केंद्र संचालित करने को कहा गया था जब अफसरों को हमने बताया भवन भी काफी जर्जर हो चुका है और घूस ने भी काफी नुकसान पहुंचा दिया है इस पर अफसरो ने कहा भवन की जांच पॉलिटेक्निक कॉलेज के व्दारा कराई जाएगी अगर उनकी रिपोर्ट में उपयोग योग्य नहीं बताया जाता है तो उसका उपयोग नहीं किया जाएगा